
आयुष अस्पतालों को निर्देश (सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: सरकार स्वास्थ्य सेवाओं (Health Facilities) की मजबूती के लिए बेहतर सेवाएं देने का प्रयास करती है ऐसे में आयुर्वेद (Ayurved) को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने नई पहल की है। जहां पर देश में आयुष अस्पतालों ता विस्तार हो इसके लिए सरकार ने नए मानक तय किए है। इसमें अब 10 बिस्तरों वाले अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए दो डॉक्टरों का होना जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की बात भी की गई है।
सरकार ने इन मानकों को 30, 50, और 100 बिस्तर वाले अस्पतालों के लिए भी लागू किया गया है। इन नियमों में आयुर्वेद के अलावा होम्योपैथी, यूनानी और सिद्धा सहित सभी आयुष चिकित्सा पद्धतियों पर लागू किया जाएगा। सभी राज्यों में ये सरकारी और निजी अस्पतालों के लिए मानक आधार होगे। इसे लेकर आयुष मंत्रालय का यह भी कहना है कि, 10 बिस्तर की क्षमता वाला आयुष अस्पताल जरूरी है। आंकड़ों की बात की जाए तो, देशभर में 3844 आयुष अस्पताल है तो वहीं पर बिस्तरों की संख्या 60943 के करीब है।
सरकार के आयुष मंत्रालय ने इसे शहरी और ग्रामीण दोनों के लिए सुविधाजनक बनाया है। इसमें मरीज की देखभाल, रेफरल सिस्टम, समय पर इलाज को मंजूरी। इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत सहित अन्य देशों में नवजात शिशुओं की निगरानी को बढ़ावा देने का फैसला किया है। इसमें नवजातों में सुनने की कमी, आंखों की रोशनिी कम होना और पीलिया जैसी समस्या है। इन बीमारियों की निगरानी पर जोर देने की बात कही है।






