-सीमा कुमारी
सनातन हिंदू धर्म में ‘तुलसी विवाह’ (Tulsi Vivah) का बहुत अधिक महत्व है। ‘तुलसी विवाह’ कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी (Tulsi Vivah) के दिन मनाया जाता है। इस साल ‘देवउठनी एकादशी’ यानि ‘तुलसी विवाह’ का पावन पर्व 15 नवंबर, सोमवार को है।
मान्यता के मुताबिक, जो व्यक्ति शालीग्राम और तुलसी का विवाह पूरे विधि-विधान के साथ करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइए जानें कुछ उपायों के बारे में जिनका। निश्छल मन और सदहृदय से पालन करने पर कुंवारी लड़कियों को मनचाहा वर मिल सकता है। वहीं, अगर किसी की शादीशुदा जिंदगी में कष्ट हो तो उनसे छुटकारा भी मिल जाता है। अगर आप भी तुलसी विवाह के पावन पर्व पर अपनी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करना चाहते हैं तो इन उपायों को जरूर आजमाएं।
ज्योतिष-शास्त्र के मुताबक, ‘देवोत्थान एकादशी’ के दिन पूजन में भगवान विष्णु को पैसे जरूर चढ़ाएं और पूजन के बाद इन पैसों को अपनी पर्स में सुरक्षित रख लें। ऐसा करने से आपकी पर्स में पैसों की आवक में स्वतः बढ़ोत्तरी होने लगेगी।
कहते हैं कि, अगर किसी कन्या की शादी में दिक्कतें आ रही हैं या फिर उसे मनचाहा वर नहीं मिल रहा है, तो उसे तुलसी पूजा के दिन एके उपाय जरूर करना चाहिए। तुलसी विवाह के दिन मां तुलसी को लाल रंग की चुन्नी चढाएं। इसके बाद अगले दिन से उस चुन्नी को अपने पास रख लें। ऐसा करने से माता तुलसी प्रसन्न होती हैं, जिसके फलस्वरूप मनचाहा वर मिलता है।
नौकरी या कारोबार में तरक्की पाने के लिए इस दिन श्यामा तुलसी की जड़ का एक टुकड़ा ले कर पीले कपड़े में बांधकर ऑफिस या दुकान में रख दें। आपकी मनचाही मुराद पूरी होगी।
ज्योतिषियों का मानना है कि, इस दिन तुलसी जी के निकट घी के 11 दीपक जलांए और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः। मंत्र का जाप करते हुए तुलसी जी की 11 परिक्रमा करें। ऐसा करने से मां तुलसी आपके सारे रोग-दोष दूर करेंगी और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होगा।