सावन सोमवार में श्रृंगार (सौ. सोशल मीडिया)
सावन का पावन महीना चल रहा है इस महीने को भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे खास दिन के रूप में जाना जाता है। शिवभक्त, भगवान शिव की आराधना भक्ति और सामर्थ्य के साथ करते है। कहते हैं कि, नियम के साथ शिव और पार्वती का पूजन करने से भगवान प्रसन्न होते है। सावन के महीने में व्रत औऱ त्योहार की भी धूम होती है। इस महीने में कई हरियाली तीज, हरतालिका तीज, नाग पंचमी सभी आते है।
सावन के महीने में महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है। व्रत रखने के साथ ही अपने सुहाग के अमर होने की प्रार्थना करती है। सावन में सुहागिन महिलाओं के लिए श्रृंगार का विशेष महत्व माना गया है। सुहागिन महिलाएं श्रृंगार करने के साथ पूजा करती है तो, भगवान आशीर्वाद देते है और मनोकामना की पूर्ति करते है।
सावन में व्रत रख रही सुहागिन महिलाओं को इन 5 तरह के खास श्रृंगार को करना चाहिए…
1- हरे रंग का महत्व
सावन के महीने में हरे रंग का महत्व होता है क्योंकि सावन में बारिश भी होती रहती है। बताया जाता है कि, शास्त्रों के अनुसार सावन में यदि महिलाएं हरे रंग के वस्त्र पहनें तो भोलेनाथ और माता पार्वती प्रसन्न होकर आपको आशीर्वाद देते है। सावन में प्रकृति भी खूबसूरत हो जाती है और हरियाली की वजह से सुकून मिलता है।
2- हरे रंग की चूड़ी
सावन में हरे रंग का जितना महत्व होता है उतना ही हरे रंग के आउटफिट के साथ आपको हरे रंग की चूड़ियां पहनना चाहिए। हिंदू धर्म में हरी चूड़ियों को सुहाग का प्रतीक माना गया है जिसे पहनना शुभ माना गया है। अगर आप व्रत के दौरान आप हरी रंग की चूड़ियां पहनते है तो, माता पार्वती प्रसन्न होती हैं और दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है।
3-बिंदी
सावन में व्रत के दौरान श्रृंगार मं आप बिंदी को शामिल कर सकते है। कहते हैं कि, हिंदू धर्म में सुहागिन महिला का श्रृंगार बिंदी के बिना अधूरा माना गया है और सावन के महीने में सुहागिनों को बिंदी जरूर लगानी चाहिए. यदि सावन में हरे रंग की बिंदी लगाई जाए तो भगवान शिव सुहाग की रक्षा करते हैं.
4- मेहंदी
सावन के महीने में आपको हाथों को मेहंदी से सजाना चाहिए। यहां पर सावन के महीने में मेहंदी लगाने का महत्व होता है। कहते हैं कि भोलेनाथ व माता पार्वती को मेहंदी बहुत प्रिय है और मेहंदी को सुहाग का भी प्रतीक माना जाता है।
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5- आलता
सावन के महीने में सुहागिन महिलाओं को व्रत के दौरान पैरों में आलता या माहूर को लगाना चाहिए।महिलाओं को पैरों में आलता लगाना चाहिए. इससे माता पार्वती प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देती हैं।