काॅन्सेप्ट फोटो (सोर्स: AI)
Maharashtra Nikay Chunav: नगर परिषदों में पिछले तीन वर्षों से प्रशासनिक राज कायम था। विकास कार्यों की रफ्तार ठप पड़ी थी और जनता अपने प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति से नाराज दिखाई दे रही थी। अब जब नगर परिषद के चुनाव नजदीक आ गए हैं, तो राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
प्रभागवार आरक्षण घोषित होने के बाद संभावित उम्मीदवारों ने लोगों के बीच जाकर संपर्क अभियान शुरू कर दिया है। हर कोई प्रभावशाली व्यक्तियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को अपने पाले में लाने की कोशिश में जुटा है।
भंडारा जिले में कई संभावित उम्मीदवार अब खुले दिल से खर्च भी कर रहे हैं ताकि आगामी चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत कर सकें। वार्डों में बैठकों का दौर जारी है, तो वहीं घर-घर जाकर समर्थन जुटाने का प्रयास हो रहा है। उम्मीदवारों ने अब मतदाता सूची पर भी ध्यान केंद्रित कर दिया है। जिनके नाम वोटर लिस्ट में हैं, उनसे व्यक्तिगत संपर्क साधा जा रहा है।
आश्वासनों और वादों की झड़ी लगाई जा रही है। किसी को विकास कार्यों का भरोसा दिया जा रहा है, तो किसी को व्यक्तिगत लाभ का आश्वासन, चुनाव अभी कुछ ही महीनों की दूरी पर हैं, लेकिन माहौल पहले से ही गर्म हो चुका है।
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समाज आधारित राजनीति की गूंज भी सुनाई देने लगी है। उम्मीदवार अपने-अपने समाज के वोटों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। भंडारा नगर परिषद के चुनाव में सामाजिक समीकरण हमेशा से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।
यही कारण है कि इस बार भी जातीय और सामाजिक आधार पर रणनीति तैयार की जा रही है। जोड़-तोड़ का खेल शुरू हो गया है और हर उम्मीदवार अपने पक्ष में मजबूत वोट बैंक खड़ा करने की जुगत में है। इस बीच, आम जनता भी इस बार सजग दिखाई दे रही है।
तीन साल से अधिक समय तक प्रशासक राज के चलते कई विकास योजनाएं अधर में लटक गई। सड़कों की हालत खराब रही, सफाई व्यवस्था प्रभावित हुई और नागरिक सुविधाओं पर असर पड़ा। लोगों का कहना है कि अब वे ऐसे उम्मीदवार को चुनना चाहते हैं जो वास्तव में काम करे, न कि सिर्फ वादे करे।
चुनावी माहौल में जहां एक ओर उम्मीदवारों की दौड़ जारी है, वहीं मतदाता भी अपने प्रतिनिधि को लेकर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। इस बार का चुनाव प्रशासनिक सुस्ती और जनहित की उम्मीदों के बीच होने जा रहा है।
अब देखना यह होगा कि विकास के मुद्दे हावी रहते हैं या जातीय और सामाजिक समीकरण बाजी मारते हैं। जो भी हो, भंडारा में नगर परिषद का चुनाव इस बार बेहद दिलचस्प रहने वाला है।