कांग्रेस नेता हर्षवर्धन सपकाल (pic credit; social media)
Maharashtra Politics: दिल्ली में होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक और राहुल गांधी के डिनर इवेंट को लेकर गुरुवार (7 अगस्त) को विपक्षी दलों के नेता दिल्ली पहुंच रहे है। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे भी उस मीटिंग में शामिल हुए। इस पर महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी के खिलाफ लड़ना इंडिया ब्लॉक में शामिल राजनीतिक दलों का मूल सिद्धांत है।
गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने उन अटकलों पर विराम लगा दिया, जिसमें कहा जा रहा है कि शिवसेना(यूबीटी) महाविकास अघाड़ी से अलग हो सकती है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के साथ गठबंधन में हम लोगों ने लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ा।
शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे अभी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलने गए हैं। ऐसे में अभी कोई टिप्पणी उचित नहीं होगी। सपकाल ने यह भी स्पष्ट किया कि संवैधानिक मूल्यों का संरक्षण कांग्रेस का कर्तव्य है, और वे इसे निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने भाजपा को गणतंत्र विरोधी करार देते हुए आरोप लगाया कि वह संवैधानिक मूल्यों को कमजोर कर रही है।
सपकाल ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार की जवाबदेही पर सवाल उठाए, विशेष रूप से यह दर्शाते हुए कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऑल पार्टी मीटिंग में हिस्सा नहीं लिया और इस मुद्दे पर विशेष संसद सत्र नहीं बुलाया गया। उन्होंने इसे राष्ट्रीय एकता और जवाबदेही की कमी बताया है।
अमेरिका की ओर से टैरिफ लगाने वाले मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अभी राजनीति की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी से जरूरत पड़े तो सरकार को राय लेनी चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस एक जमाने में कहते थे कि वह कभी भी अजीत पवार की पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। लेकिन, आज महायुति में वह उनके साथ हैं। इसीलिए, उनकी बातों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है। हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे जैसे भाजपा में और भी कुछ नेता हैं, जिन्हें ओछी भाषा बोलने के लिए रखा गया है। महाराष्ट्र में भी ऐसा नेता हैं।
(News Source-आईएएनएस)