कठुआ एनकाउंटर
कठुआ: जम्मू-कश्मीर से मिली एक बड़ी खबर के अनुसार यहां के कठुआ जिले के सुदूर जंगली इलाके में बीते गुरुवार को दिनभर चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन खतरनाक आतंकवादियों को मार गिराया। हालांकि इस खुरेंजी एनकाउंटर में जम्मू कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के 3 जवान भी घायल हुए, जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
वहीं आज यानी शुक्रवार सुबह सुरक्षा बलों ने दोबारा सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया है। आज SOG, सेना, BSF और CRPF की जॉइंट टीम आतंकियों की धरपकड़ के लिए थर्मल इमेजिंग, ड्रोन, हेलीकॉप्टर, बुलेटप्रूफ वाहन और खोजी कुत्तों की मदद से व्यापक सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। यहां अब भी 3 से 4 आतंकवादी के होने की आशंका है।
#WATCH | Anti-terror operation by Security Forces in Jammu & Kashmir’s Kathua continues for the second day after the presence of some terrorists was detected in the area yesterday
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/hWoCOhAVVc
— ANI (@ANI) March 28, 2025
इन तीन शहीद जवानों के नाम तारिक अहमद, जसवंत सिंह, बलविंदर सिंह बताए जा रहे हैं। इन्हें जम्मू मेडिकल कॉलेज (JMC) रेफर किया गया था। जम्मू-कश्मीर के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के इन जवानों को पेट में गोली लगी थी। वहीं इस एनकाउंटर में घायल DSP धीरज सिंह समेत अन्य घायलों को उधमपुर भेजा गया है। सुरक्षाबलों ने बताया कि कठुआ जिले के राजबाग में बीते गुरुवार सुबह करीब 8 बजे गोलीबारी शुरू हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान भीषण गोलीबारी और विस्फोट हुए। कई स्थानीय युवक भारी हथियारों और गोला-बारूद को जंगल के अंदर ले जाने में सुरक्षा बलों की मदद करते देखे गए।
जानकारी दें कि, राजबाग के घाटी जुथाना इलाके के जखोले गांव में करीब 9 आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी। वहीं जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने पुलिस पर गोलीबारी की जिम्मेदारी ली है।
#WATCH | Security forces conduct anti-terrorist operation in Jammu & Kashmir’s Kathua
Terrorists fired indiscriminately on our troops, and heavy fire-fight ensued. Operation under progress: Indian Army.
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/DTDSGiPoO7
— ANI (@ANI) March 28, 2025
उल्लेखनीय है कि रविवार शाम को कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में एसओजी ने आतंकवादियों के एक समूह को रोका था। अधिकारियों ने बताया कि बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान के बावजूद आतंकवादी शुरुआती घेराबंदी से बच निकलने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि उन्हें मुठभेड़ स्थल से लगभग 30 किलोमीटर दूर जाखोले के पास देखा गया होगा।
वहीं जब एक अधिकारियों ने बताया कि जब एक एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस दल विशेष सूचना मिलने के बाद वहां पहुंचा तो आतंकवादी जंगल के रास्ते से आगे बढ़ रहे थे। उन्होंने बताया कि उन पर भारी गोलीबारी की गई, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की ओर से इलाके में तुरंत अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।
जानकारी दें कि, कठुआ जिले का सुफैन गांव बीते गुरुवार को गोलियों, ग्रेनेड और रॉकेट फायर की लगातार आवाजों से थर्रा उठा। पूरे दिन भीषण मुठभेड़ हुई और कई शक्तिशाली विस्फोट भी हुए। इससे पहले, बीते रविवार शाम को पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सान्याल गांव में आतंकवादियों के एक समूह को रोका गया था। इसके बाद पुलिस, सेना, एनएसजी, बीएसएफ और सीआरपीएफ की मदद से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें हेलीकॉप्टर, यूएवी, ड्रोन, बुलेटप्रूफ वाहन और खोजी कुत्तों सहित उन्नत तकनीकी और निगरानी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया।
तलाशी दलों को हीरानगर में मुठभेड़ स्थल के पास एम4 कार्बाइन की चार मैगजीन, दो ग्रेनेड, एक बुलेटप्रूफ जैकेट, स्लीपिंग बैग, ‘ट्रैकसूट’, खाने-पीने के कई पैकेट और ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ बनाने के लिए सामग्री से भरे अलग-अलग पॉलीथीन बैग मिले। पुलिस का मानना है कि आतंकवादियों ने बीते शनिवार को सीमा पार से घुसपैठ की थी। अधिकारियों ने बताया था कि पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात और जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी पिछले चार दिन से कठुआ से आतंकवाद रोधी अभियान की निगरानी कर रहे हैं।