
कुपवाड़ा में सेना का 'ऑपरेशन पिम्पल', फोटो- सोशल मीडिया
Operation Pimple: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की एक और कोशिश नाकाम कर दी है। भारतीय सेना ने इस अभियान को ‘ऑपरेशन पिम्पल’ नाम दिया है। 7 नवंबर को शुरू हुए इस ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया गया है। फिलहाल, पूरे इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की एक और बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया है। यह कार्रवाई 7 नवंबर को शुरू की गई थी। भारतीय सेना की चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर जानकारी देते हुए बताया कि एजेंसियों से मिली विशेष खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की कोशिश करने वाले आतंकियों को रोकने के लिए कार्रवाई की। सेना ने इस अभियान को ‘ऑपरेशन पिम्पल’ नाम दिया है।
चिनार कोर के अनुसार, नियंत्रण रेखा (LoC) के पास तैनात चौकस जवानों ने संदिग्ध हलचल देखी और तुरंत आतंकियों को चुनौती दी। जवाब में, आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद सेना और घुसपैठियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में दोनों आतंकवादी मारे गए। सेना के अनुसार, यह ऑपरेशन नियंत्रण रेखा (LoC) के पास उसी इलाके में चलाया जा रहा है, जहां से पहले भी कई बार घुसपैठ की कोशिशें की जा चुकी हैं। ऑपरेशन में शामिल जवानों ने इलाके की नाकेबंदी कर दी है ताकि किसी भी आतंकी को भागने का मौका न मिले। फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
Operation Pimple: Two terrorists neutralised in J-K's Kupwara; search operation underway Read @ANI Story | https://t.co/HjGTON2S0C#OperationPimple #Kupwara #JammuandKashmir pic.twitter.com/UXqZDOkMsA — ANI Digital (@ani_digital) November 8, 2025
यह मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है जब जम्मू-कश्मीर में सर्दियों के आगमन से पहले सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें तेज हो जाती हैं। हालांकि, सेना और पुलिस की सतर्कता से अधिकांश प्रयास नाकाम कर दिए जाते हैं। तीन दिन पहले ही किश्तवाड़ जिले के दूरदराज क्षेत्र छत्रु में भी आतंकियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया गया था। वहां भी सुरक्षा एजेंसियों को इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिली थी।
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उस ऑपरेशन में भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीमों ने हिस्सा लिया था। सूत्रों के अनुसार, छत्रु में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका थी।






