J&K पुलिस ने 46 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए, फोटो (सो. आईएएनएस)
Jammu Kashmir Mobile Phone Recovery News: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में साइबर पुलिस ने तकनीक और जमीनी स्तर पर समन्वित कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये मूल्य के 46 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद करने में सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई साइबर अपराधों पर लगाम लगाने और आम नागरिकों की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
गांदरबल जिला पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, साइबर पुलिस स्टेशन गांदरबल को पिछले चार महीनों के दौरान आम जनता से बड़ी संख्या में शिकायतें प्राप्त हुई थीं। ये शिकायतें सीईआईआर (CEIR) पोर्टल और विभिन्न पुलिस इकाइयों के माध्यम से दर्ज कराई गई थीं जिनमें मोबाइल फोन के गुम या चोरी होने की जानकारी दी गई थी।
इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए साइबर पुलिस स्टेशन गांदरबल ने विशेष जांच टीमें गठित कीं। इन टीमों ने तकनीकी विश्लेषण, डिजिटल ट्रैकिंग और फील्ड लेवल वेरिफिकेशन के जरिए मोबाइल फोन की लोकेशन का पता लगाया। पुलिस के अनुसार, निरंतर और सुनियोजित प्रयासों के चलते अलग-अलग स्थानों से कुल 46 मोबाइल फोन बरामद किए गए।
पुलिस बयान में बताया गया कि सभी बरामद मोबाइल फोन शुक्रवार को एक औपचारिक प्रक्रिया के तहत उनके वास्तविक मालिकों को सौंप दिए गए। अपने खोए हुए मोबाइल वापस पाकर नागरिकों ने राहत की सांस ली और गांदरबल पुलिस के प्रयासों की सराहना की।
गांदरबल पुलिस ने इस सफलता को टेक्नोलॉजी के प्रभावी इस्तेमाल और समन्वित पुलिसिंग का परिणाम बताया है। पुलिस का कहना है कि यह अभियान साइबर अपराधों से निपटने और जनता के डिजिटल हितों की रक्षा के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह भी पढ़ें:- 40 किलो बारूद और दहलाने की बड़ी साजिश! लाल किला ब्लास्ट पर अमित शाह का बड़ा खुलासा
साइबर पुलिस स्टेशन गांदरबल ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें। किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी, चोरी या अपराध की स्थिति में तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें और साथ ही बिना देरी के साइबर पुलिस स्टेशन गांदरबल को भी सूचित करें।
पुलिस ने दोहराया कि गांदरबल पुलिस साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने और नागरिकों को डिजिटल अपराधों से सुरक्षित रखने के लिए लगातार प्रयासरत है। आने वाले समय में भी ऐसे अभियानों के जरिए साइबर अपराधों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।