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नई दिल्ली : नए साल के पहले दिन विश्व की जनसंख्या 8.09 अरब हो जाएगी और 2024 में दुनिया की आबादी में 7.1 करोड़ की वृद्धि दर्ज की गई। यह जानकारी सोमवार (30 दिसंबर) को जारी अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुमानों से मिली है। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2024 में वैश्विक आबादी में हुई वृद्धि 2023 की तुलना में थोड़ी कम है, जब दुनिया की आबादी में 7.5 करोड़ की वृद्धि हुई थी।
अनुमानों के अनुसार, जनवरी 2025 में दुनिया भर में प्रति सेकंड 4.2 जन्म और 2.0 मौत होने का अनुमान है। जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2024 में अमेरिका की आबादी में 26 लाख की वृद्धि हुई और नए साल के पहले दिन अमेरिका की आबादी 34.1 करोड़ होगी। जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2020 के दशक में अब तक, अमेरिकी आबादी में लगभग 97 लाख की वृद्धि हुई है।
आपको जानकारी के लिए बताते चलें कि हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। बीते 11 जुलाई 2024 को भारत की जनसंख्या दुनिया भर के देशों की तुलना में सबसे अधिक हो गई। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, भारत की आबादी 142.57 करोड़ है, जिसमें सबसे ज्यादा जनसंख्या हिंदुओं की और उसके बाद मुसलमानों की रही।
ध्यान देने वाली बात यह है कि विश्व जनसंख्या दिवस की स्थापना संयुक्त राष्ट्र ने की थी। पहली विश्व जनसंख्या दिवस साल 1989 में मनाया गया था। पहला जनसंख्या दिवस 11 जुलाई 1987 को विश्व की जनसंख्या के पांच अरब तक पहुंचने से प्रेरित था, जिससे विश्व बैंक के वरिष्ठ जन-सांख्यिकीविद् डॉ. के.सी. जकारिया ने इस अवसर को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया था।
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संयुक्त राष्ट्र के अमुसार, दुनिया की आबादी को एक अरब तक बढ़ने में सैकड़ों हजार साल लग गए। उसके बाद 200 साल या उससे कुछ अधिक समय में यह सात गुना बढ़ गई। साल 2011 में, वैश्विक जनसंख्या सात अरब तक पहुंच गई। साल 2021 में यह लगभग 7.9 अरब थी और 2030 में इसके लगभग 8.5 अरब, 2050 में 9.7 अरब और 2100 में 10.9 अरब तक बढ़ने का पूर्वानुमान लगया गया है।