जेपी नड्डा, विनोद सोनकर व मनोज सिन्हा (डिजाइन फोटो)
BJP New President: भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा? अब तक इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। जब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से इस सवाल का जवाब पूछा जाता है, तो वे कहते हैं कि अध्यक्ष भाजपा से ही होगा। फिलहाल नाम नहीं बताया जा सकता। लेकिन अब चर्चा है कि भाजपा का अगला अध्यक्ष ‘उत्तर’ से हो सकता है। अब सवाल उठता है कि अध्यक्ष उत्तर से ही क्यों होगा, तो आइए इसके पीछे की राजनीति जानते हैं।
दरअसल, रविवार को भाजपा ने दक्षिण (तमिलनाडु) के एक बड़े ओबीसी नेता सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। सहयोगी दलों ने भी राधाकृष्णन का समर्थन किया है। राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा? इस सवाल का जवाब सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी में छिपा है।
भाजपा के नए अध्यक्ष में क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखा जाएगा। ठीक वैसे ही जैसे पार्टी ने सीपी राधाकृष्णन को चुनकर क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखा है। वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा उत्तर भारत से हैं। अब चर्चा है कि नया अध्यक्ष भी उत्तर भारत से ही होगा। इसे लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। लेकिन भाजपा अपने अप्रत्याशित फैसलों के लिए जानी जाती है। अंत में कुछ भी हो सकता है।
दरअसल, अध्यक्ष द्रौपदी मुर्मू पूर्वी भारत से हैं। उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन दक्षिण भारत से आते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम भारत से आते हैं, और संसद में उत्तर भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा का अगला अध्यक्ष उत्तर भारत से हो सकता है।
भाजपा के नए अध्यक्ष के चयन में क्षेत्र के साथ-साथ जातीय समीकरणों को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं। अध्यक्ष द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओबीसी हैं और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन भी ओबीसी समुदाय से आते हैं। ऐसे में उम्मीद है कि भाजपा का नया अध्यक्ष सामान्य वर्ग से या फिर दलित समुदाय से हो सकता है।
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नए अध्यक्ष के लिए जिन नामों की सबसे ज़्यादा चर्चा है, उनमें मनोहर लाल खट्टर, भूपेंद्र यादव, विनोद कुमार सोनकर, मनोज सिन्हा और केशव प्रसाद मौर्य प्रमुख हैं। यह सभी उत्तर भारत से आते हैं। लेकिन जातीय समीकरण और उत्तर भारतीय के लिहाज से देखा जाए तो विनोद सोनकर जो कि दलित समाज से आते हैं। वहीं मनोज सिन्हा सवर्ण समाज से आते हैं। यही वजह है कि ये दोनों नाम रेस में सबसे ऊपर पहुंच गए हैं।