शिमला में बारिश के बाद पहाड़ों पर छाए निचले बादल (सोर्स: पीटीआई)
दक्षिण भारत के बाद अब मानसून एक-एक करके उत्तर भारत के जिलों में दस्तक देने लगा है। तेज हवाओं के साथ कई जगहों पर भारी बारिश दर्ज की जा रही है। बारिश से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग की मानें तो जल्द ही दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में मानसून दस्तक देगा और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
उत्तर प्रदेश के 29 जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, बाकी जगहों पर हल्की बारिश संभव है। मानसून सभी 75 जिलों को कवर कर चुका है। 18 जून को ललितपुर और सोनभद्र के रास्ते मानसून ने यूपी में दस्तक दी थी।
प्रदेश में बारिश ने 54 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 1 जून से अब तक औसतन 66.9 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 53.7 मिमी से 25% ज्यादा है। आंकड़ों पर गौर करें तो इतनी बारिश 1971 में हुई थी।
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद अमरोहा में गंगा नदी उफान पर है। तिगरी गंगा घाट के किनारे बनी पुरोहितों की झोपड़ियां जलमग्न हो गईं। मौसम विभाग ने देहरादून, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और बागेश्वर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आज बिहार के कुछ जिलों में बारिश का येलो अलर्ट तो कुछ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है। बारिश से लोगों को राहत मिलेगी और मौसम सुहाना बना रहेगा। मंगलवार को हुई बारिश से रांची की सड़कों पर पानी भर गया।
रांची में भारी बारिश के बाद जलमग्न सड़क पर चलता ऑटो रिक्शा (सोर्स: पीटीआई)
मौसम विभाग ने राजस्थान के नागौर, सीकर, जयपुर, अजमेर, कोटा और बारां में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि भीलवाड़ा, झालावाड़ा, बूंदी, टोंक, चूरू और झुंझुनू में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली में आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है। साथ ही कुछ जगहों पर हल्की बारिश की भी संभावना जताई है। शहर का तापमान 40 डिग्री से नीचे दर्ज किया जा रहा है और AQI संतोषजनक श्रेणी में बना हुआ है।
एक नहीं भारत में 3 बार लगी इमरजेंसी, तीसरे आपातकाल पर ही क्यों मचता है बवाल?
IMD ने हिमाचल प्रदेश के 7 जिलों में आज बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है, जबकि 3 जिलों में भारी बारिश का अनुमान है। मानसून की यह बारिश तबाही मचा सकती है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। उन्हें भूस्खलन वाले इलाकों में न जाने को भी कहा गया है। कुछ इलाकों में कोहरा छाए रहने की भी संभावना है।