(डिज़ाइन फोटो)
नई दिल्ली: जहां तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम की पवित्रता और शुद्धता को लेकर फिलहाल विवाद बढ़ता ही जा रहा है। वहीं आंध्र प्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने 2 दिन के अंदर ही दो नए दावे किए हैं। अब नायडू सरकार ने नया आरोप लगाते हुए कहा कि प्रसाद में चर्बी वाले घी के अलावा गोमांस, सुअर की चर्बी और फिश भी ऑयल मिलाया गया था। इसका जिक्र एक जारी लैब रिपोर्ट में भी है। मामले पर मंदिर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
हालांकि यह लैब रिपोर्ट 17 जुलाई को मिली। तभी से ही यह रिपोर्ट पब्लिक डोमेन में है, जिसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट में ना तो जारी करने वाली संस्था का कोई नाम लिखा है और ना ही किस जगह के सैंपल की जांच का जिक्र है। लेकिन अब तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने घी की गुणवत्ता की निगरानी के लिए चार सदस्यीय विशेष समिति जरुर बना दी है। तिरुपति मंदिर के 300 साल पुराने किचन में रोजाना 3.50 लाख लड्डू बनते हैं। तिरुमाला ट्रस्ट हर साल प्रसादम से सालाना 500 करोड़ रुपए कमाता है।
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बता दें कि इससे पहले बीते 18 सितंबर को ही आंध्र प्रदेश के CM चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि बीते 5 साल में YSRCP के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया।वहीं राज्य कांग्रेस प्रमुख वाई.एस.शर्मिला ने नायडू के दावे की पुष्टि के लिए CBI जांच की मांग की। उन्होंने तिरुपति लड्डू की तैयारी को लेकर ‘घृणित राजनीति’ करने के लिए मुख्यमंत्री नायडू और YSRCP पर हमला बोला।
इस बाबत तेदेपा प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है।
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उन्होंने कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में “पशु की चर्बी”, “लार्ड” (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। नमूने लेने की तारीख नौ जुलाई, 2024 थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी।
वहीं YSRCP के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य वाई.वी. सुब्बा रेड्डी ने कहा कि नायडू के आरोपों से देवता की पवित्र प्रकृति को नुकसान पहुंचा है और भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। चार सालों तक टीटीडी के अध्यक्ष रहे सुब्बा रेड्डी ने कहा, “यह कहना भी अकल्पनीय है कि भगवान को अर्पित किए जाने वाले प्रसाद और भक्तों को दिए जाने वाले लड्डुओं में पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। पशु चर्बी के इस्तेमाल का आरोप लगाना एक घिनौना प्रयास है।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)