साध्वी निरंजन ज्योति (डिजाइन फोटो)
प्रयागराज: इस समय देश में सनातन बोर्ड की मांग तेजी से उठ रही है। आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी सनातन बोर्ड की मांग उठाई थी। आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू विवाद के बाद पवन कल्याण ने राष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म रक्षण बोर्ड के गठन की मांग की थी। वहीं, अब महाकुंभ की धरती से भी यह मांग उठी है।
प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन चल रहा है। करोड़ों की संख्या में साधु-संत व श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान के लिए जुटे हुए हैं। यहीं स्नान के लिए पहुंची पूर्व बीजेपी सांसद व साध्वी निरंजन ज्योति ने भी सनातन बोर्ड के गठन की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए।
साध्वी निरंजन ज्योति ने दिया बड़ा बयान मकर संक्रांति के पावन अवसर पर आज महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान शुरू हो रहा है। आज 13 अखाड़ों के साधु त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाएंगे। साध्वी निरंजन ज्योति भी शाही स्नान के लिए निकल चुकी हैं।
इस दौरान एक न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने सनातन बोर्ड की मांग उठाई। उन्होंने कहा, “महाकुंभ की मांग है कि सनातन बोर्ड का गठन हो या फिर वक्फ बोर्ड को भी भंग कर दिया जाए।” बता दें कि कुछ दिन पहले मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने दावा किया था कि महाकुंभ वक्फ की जमीन पर हो रहा है।
महाकुंभ के दौरान 27 जनवरी को धर्म संसद के आयोजन की भी तैयारी चल रही है। इसमें सनातन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा जा सकता है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, “धर्म संसद में चारों पीठों के शंकराचार्य, 13 अखाड़ों के प्रमुख, साधु-संतों, महामंडलेश्वर और मठ-मंदिरों के प्रमुखों के साथ सनातन बोर्ड के प्रारूप पर चर्चा की जाएगी। सभी की सहमति से ही इसे पारित किया जाएगा। हमारी मांग है कि मंदिरों पर न तो सरकार का कब्जा हो और न ही किसी और का।”
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आपको बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और प्रसिद्ध कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने महाकुंभ में धर्म संसद आयोजित करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि 27 जनवरी को महाकुंभ नगर में प्रस्तावित धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव लाया जाएगा।