सैम पित्रोदा, (कांग्रेस नेता)
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा पर बेंगलुरु में 12.35 एक़ की सरकारी जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। इन आरोपों के बाद अब पित्रोदा ने मामले पर प्रतिक्रिया दी है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने कहा कि उनके पास भारत में ना कोई जमीन है, ना ही घर हैं और ना ही उन्होंने यहां किसी तरह के शेयर खरीद रखे हैं।
बीजेपी नेता एन आर रमेश ने कहा था कि सैम पित्रोदा ने सरकार के पांच वरिष्ठ अधिकारियों की मदद से बेंगलुरु में अवैध रूप से 12.35 एकड़ की सरकारी जमीन कब्जाई है। इस जमीन की कीमत 150 करोड़ रुपये है।
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) के पूर्व पार्षद रमेश ने इस संबंध में ईडी और कर्नाटक लोकायुक्त के पास शिकायत भी दर्ज कराई है। इसके बाद पित्रोदा ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि मीडिया में जिस तरह की रिपोर्ट्स सामने आई हैं, उन पर मैं कहना चाहता हूं कि भारत में मेरे पास ना जमीन है, ना घर है और ना ही शेयर हैं।
Statement for the Record
In light of recent reports in the Indian media, both on television and in print, I wish to categorically state the following:
I do not own any land, home, or stocks in India. Additionally, during my tenure working with the Government of India—whether… pic.twitter.com/TVDih7i1JG
— Sam Pitroda (@sampitroda) February 26, 2025
पित्रोदा ने कहा कि इसके अलावा 1980 के दशक के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और 2004 से 2014 के बीच डॉ. मनमोहन सिंह के समय में भारत सरकार के साथ काम करने के दौरान मैंने वेतन भी नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि मैंने अपने 83 साल के जीवन में कभी भी भारत में या फिर किसी अन्य मुल्क में ना तो रिश्वत ली है और ना दी है। इसलिए मेरे बारे में जो कहा जा रहा है, वह पूरी तरह से गलत है।
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सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है। वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। उनको ही भारत में सूचना क्रांति का जनक माना जाता है। यूपीए सरकार के कार्यकाल में वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में वह UN के लिए प्रधानमंत्री का सलाहकार भी रह चुके हैं। वह जन सूचना संरचना और नवप्रवर्तन सलाहकार भी रहे। सैम पित्रोदा एक बिजनेसमैन भी हैं। वह अमेरिका में कई कंपनियां भी चलाते हैं।