बजरंग, विनेश और साक्षी (फोटो- सोर्स सोशल मीडिया)
चंडीगढ़ः हरियाणा की मशहूर पहलवान साक्षी मलिक ने अपनी आत्मकथा ‘विटनेस’ में अपने जीवन के कई पहलुओं पर से पर्दा उठाया है। किताब में उन्होंने अपने बचपन के संघर्षों, रेसलिंग करियर की शुरुआत और खेल जगत में व्याप्त यौन शोषण के मुद्दे पर खुलकर बात की है।
बजरंग और विनेश पर लगाया गंभीर आरोप
साक्षी ने अपनी किताब में विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि 2023 के एशियाई खेलों के दौरान जब उन्होंने ट्रायल्स से छूट ली थी, तब उनके आंदोलन की छवि धूमिल हुई थी। साक्षी के मुताबिक, उनके इस फैसले से इंसाफ की लड़ाई स्वार्थ की लड़ाई लगने लगी थी। साक्षी ने यह भी कहा कि बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरा था, जिसकी वजह से उनके विरोध प्रदर्शन में भी दरार आने लगी थी।
बचपन में हुआ यौन शोषण
साक्षी ने अपनी किताब में यह भी खुलासा किया कि बचपन में ट्यूशन देने वाले शिक्षक ने मुझसे छेड़छाड़ की। मैं इसके बारे में अपने परिवार को नहीं बता सकी क्योंकि मुझे लगा कि यह मेरी गलती थी। मेरे स्कूल के दिनों में ट्यूशन देने वाला टीचर मुझे प्रताड़ित करता।
विनेश के पेरिस ओलिंपिक से बाहर होने पर दिया बयान
विनेश के पेरिस ओलिंपिक से बाहर होने पर साक्षी ने कहा कि यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियम बहुत सख्त हैं और वजन में थोड़ी सी भी बढ़ोतरी होने पर खिलाड़ी को प्रतिबंधित कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि विनेश के साथ भी ऐसा ही हुआ होगा।
अब सेक्शुअल हैरेसमेंट करने वाला 100 बार सोचेगा
साक्षी मलिक ने कहा कि इतना हमने जरूर कर दिया कि अगर कोई सेक्शुअल हैरेसमेंट करेगा तो 100 बार सोचेगा कि कहीं ये भी जाकर आंदोलन ना कर दे। हमारी लड़ाई बहन बेटियों के लिए थी। इस चीज को खत्म करने के लिए थी जो स्पोर्ट्स में सेक्शुअल हैरेसमेंट होता है।
विनेश और बजरंग कांग्रेस में शामिल
बता दें कि विनेश और बजरंग सितंबर महीने में कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे। विनेश जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बन गई हैं, जबकि बजरंग को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वाइस चेयरमैन बनाया गया है। साक्षी मलिक की आत्मकथा ‘विटनेस’ ने खेल जगत में हलचल मचा दी है और इसने कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं।