विदेश मंत्री एस. शंकर की पाकिस्तान को दो टूक
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हो गया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत ने पाकिस्तान को लेकर रुख सख्त कर लिया है। भारत ने साफ कर दिया है कि वह पाकिस्तान से किसी भी तरह के मेलमिलाप या व्यापारिक संबंध रखने के फेवर में नहीं है। इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत अब पाकिस्तान से सिर्फ आतंकवाद और पीओके के मुद्दे पर ही बात करेगा।
होंडुरास दूतावास के उद्घाटन के अवसर पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हमारे लिए यह बहुत अच्छी बात है कि हमारे पास होंडुरास का एक नया दूतावास है। वे उन देशों में से एक हैं जिन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले के समय मजबूत एकजुटता व्यक्त की थी।
“Only thing which remains to be discussed on Kashmir is vacating of illegally occupied PoK”: Jaishankar
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— ANI Digital (@ani_digital) May 15, 2025
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, भारत और पाकिस्तान संघर्ष को लेकर सीजफायर हो गया है। इसके बाद से पाकिस्तान के साथ फिर से व्यापार और अन्य समझौते शुरू करने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा है। इसे लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को लेकर अब सिर्फ आतंकवाद और पीओके को लेकर ही चर्चा हो सकती है। पाकिस्तान के कब्जे में अवैध रूप से कब्जा किए गए कश्मीर क्षेत्र को खाली कराने को लेकर ही चर्चा हो सकती है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत पाक सीजफायर का ये कतई मतलब नहीं है कि युद्ध से पहले हिन्दुस्तान ने जो सख्त निर्मण लिए थे उन सभी को वापस लिया जा रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ लिए गए सारे निर्णयों पर भारत अब भी काबिज है। सिंधु जल संधि स्थगित कर दी गई है और तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आंतकवाद को सख्ती से रोका नहीं जाता है।
जयशंकर ने कहा कि हमने पाकिस्तान को कई मौके दिए हैं कि वह आतंकवाद को बढ़ावा न दे, लेकिन उसने न सिर्फ आतंकियों क पनाह दी बल्कि भारत को निशाना बनाया। अब और मौके नहीं दिए जा सकते हैं। भारत में आतंक फैलाने की कोशिश होगी तो वह ऐसे ही सख्ती से कार्रवाई करेगा।