जयशंकर की कूटनीति का कमाल, पाकिस्तान की हार
नई दिल्ली : जहां एक तरफ विदेश मंत्री एस. जयशंकर के नेतृत्व में भारत की कूटनीति का लोहा आज पूरा विश्व मानता है। वहीं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी आज भारत एक प्रभावी शक्ति बन चुका है। इसी क्रम में भारत ने अपनी कूटनीति से पाकिस्तान को एक बार फिर पटका है। दरअसल भारत ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो को पाकिस्तान के दौरे पर न जाने के लिए पूरि तरह से मना लिया है। मीडिया सूत्रों की मानें तो इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुबियांतो भारत यात्रा के बाद अब पाकिस्तान का दौरा नहीं करेंगे।
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लेकिन इंडोनेशियाई राष्ट्रपति भारत से लौटने के बाद सीधे पाकिस्तान जाना चाहते थे। उनकी यह योजना भारत को बिल्कुल भी नहीं जमी । भारत की मौजूदा नीति किसी भी स्तर पर पाकिस्तान से कोई भी बातचीत नहीं करने की है।
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जानकारी दें कि, इस महीने की शुरुआत में ही पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि सुबियांतो, पाकिस्तान की तीन दिवसीय यात्रा के लिए आने वालें हैं। वे पहले भारत दौरे पर जाएंगे और वहीं से पाकिस्तान के लिए रवाना होंगे। हालांकि भारत सरकार ऐसा तो नहीं चाहती थी कि, सुबियांतो सीधे भारत से पाकिस्तान जाएं। इसके लिए भारत ने इस मुद्दे को इंडोनेशिया के साथ उठाया भी था। इस बाबत मीडिया सूत्रों की मानें तो, भारत का साफ कहना है कि विदेशी नेताओं से यह आग्रह हमेंशा ही किया जाता है कि, वे अपनी यात्रा योजनाओं में भारत और पाकिस्तान को साथ जोड़कर न चलें।
जानकारी दें कि, साल 2018 में इंडोनेशिया के तत्कालीन राष्ट्रपति जोको विडोडो भारत के गणतंत्र दिवस परेड में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे। वहीं तब वे भारत का दौरा करने के बाद दो दिन की राजकीय यात्रा के लिए पाकिस्तान भी जा पहुंचे थे। लेकिन इस बार, भारत सरकार यह सुनिश्चित किया कि ऐसी स्थिति फिर से न बने।
हालांकि अभी तक जकार्ता से राष्ट्रपति की यात्रा योजना के बारे में कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है। वहीं यह भी साफ नहीं है कि अगर वे मलेशिया जाएंगे, तो क्या फिर वे पाकिस्तान का दौरा करेंगे या इस यात्रा को ही स्थगित कर देंगे। वहीं गणतंत्र दिवस से 14 दिन पहले तक भारत ने चीफ गेस्ट का नाम घोषित नहीं कर पाने की वजह भी सुबियांतो के पाकिस्तान दौरा ही माना जा रहा है।
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जानकारी दें कि, भारत अब इंडोनेशिया को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की 45 करोड़ अमेरिकी डॉलर की डील को अंतिम रूप देने वाला है। ऐसे में अगर यह डील हो जाती है तो फिलीपींस के बाद इंडोनेशिया भी ये मिसाइल खरीदने वाला दूसरा ASIAN मुल्क बन जाएगा। इस बात साल 2020 में इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री नेअपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से चर्चा भी की थी।
बता दें कि, इसके पहले सितंबर 2023 में G-20 समिट के बाद 1 दिन के स्टेट विजिट पर जब सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भारत दौरे पर पहुंचे थे। तब इस यात्रा से पहले पाकिस्तान ने काफी कोशिशें की थी चाहे कुछ ही घंटे के लिए सही, प्रिंस सलमान भारत से पाकिस्तान जरुर आएं। हालांकि तब सऊदी क्राउन प्रिंस ने ऐसा नहीं किया था।