इंडिगो फ्लाइट (डिजाइन फोटो)
Indigo Crisis Explained: इंडिगो का संकट लगातार पांचवें दिन भी जारी है। शनिवार को कंपनी ने कई बड़े एयरपोर्ट से करीब 400 फ्लाइट्स कैंसिल कर दीं। हजारों पैसेंजर अभी भी इस अफरा-तफरी में फंसे हुए हैं, लेकिन उम्मीद है कि यह स्थिति जल्द ही खत्म हो जाएगी।
फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) 1 नवंबर से लागू हुआ, जिससे इंडिगो को पायलटों और क्रू मेंबर्स की भारी कमी का सामना करना पड़ा। चूंकि नए नियमों के तहत पायलटों के लिए ज़रूरी आराम और छुट्टी ज़रूरी कर दी गई थी, इसलिए शुरू में फ्लाइट्स में देरी हुई और फिर उन्हें कैंसिल कर दिया गया।
इससे एविएशन सर्विसेज पर बहुत बुरा असर पड़ा। रोज़ाना 500-1,000 फ्लाइट्स कैंसिल हो रही थीं। इस अफरा-तफरी ने सरकार पर बहुत ज़्यादा दबाव पड़ा और आखिरकार सरकार ने अब नए नियम वापस ले लिए हैं। स्थिति सामान्य होने के बाद ही इसे लागू करने पर विचार किया जाएगा।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि नियमों को सस्पेंड करने का फैसला समझदारी भरा है। इसका बड़ा असर होगा और कंपनी को कुछ समय मिलेगा। इस दौरान कंपनी नए अपॉइंटमेंट्स और फ्लाइट्स शेड्यूल करना ज़्यादा आसानी से कर पाएगी। हालांकि, इसका असली असर अगले दो दिनों में ही दिखेगा।
जब से इंडिगो का संकट शुरू हुआ है, तब से खासकर सोशल मीडिया पर यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि इंडिगो ने जानबूझकर DGCA के नियमों से छूट पाने के लिए यह अफरा-तफरी मचाई है। लेकिन इसके पीछे की सच्चाई अभी भी सामने आनी बाकी है।
फ्लाइट कैंसिल होने के बाद एयरपोर्ट पर भीड़ (सोर्स- सोशल मीडिया)
इंडिगो के खिलाफ आरोपों को सही साबित करने के लिए कोई पक्का सबूत नहीं है, क्योंकि इस अफरा-तफरी की वजह से कंपनी को काफ़ी नुकसान हुआ है। उसे यात्रियों को रिफंड देना पड़ा है और उनके लिए और इंतज़ाम करने पड़े हैं, इसलिए इंडिगो के खिलाफ आरोप झूठे और बेमतलब लगते हैं। इंडिगो के शेयर की कीमत भी काफी गिर गई है।
इंडिगो में चल रही अफरा-तफरी के पीछे FDTL सबसे बड़ी वजह लगती है। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने कहा कि FDTL ही मुख्य वजह है। इसके अलावा, A320 एयरक्राफ्ट पर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर अपडेट अभी भी अधूरे हैं, जिससे एयरलाइन को एक गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है।
यह भी पढ़ें: नीतीश जैसा है IndiGo का इतिहास! पहली बार नहीं आसमान से जमीन पर आई है कंपनी, हैरान कर देगी ये दास्तान
फिलहाल 6 दिसंबर को स्थिति काफी हद तक कंट्रोल में लगती है। उम्मीद है कि 10-15 दिसंबर तक हालात सामान्य हो जाएंगे, जैसा कि इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने भी कहा है। इंडिगो ने स्थिति को सुधारने के लिए नई भर्ती की कोशिशें शुरू की हैं और स्थिति को जल्द से जल्द सुधारने के लिए दूसरी एयरलाइनों से कुछ पायलटों को डेप्युटेशन पर भी रखा है।