पीएम मोदी व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (फाइल फोटो)
Vijayadashami Celebration: विजयदशमी के मौके पर हर साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी रावण दहन समारोह में शिरकत करते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। पीएम मोदी और सोनिया गांधी ने रावण दहन कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। जिसके बाद सभी जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।
विजयादशमी के अवसर पर गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश हुई। इससे कई जगहों पर रावण दहन समारोह में व्यवधान पड़ा। पंडाल गिर गए और रावण के पुतले भीग गए। बारिश के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रावण दहन समारोह में शामिल नहीं हो पाए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।
दरअसल, बारिश ने दिल्ली-एनसीआर में विजयादशमी के उत्सव के उत्साह को फीका कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी आईपी एक्सटेंशन में विजयादशमी समारोह में शामिल होने वाले थे, लेकिन बारिश के कारण उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। उन्हें पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज इलाके में शाम करीब 6 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना था।
पिछले साल, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला मैदान में लव कुश रामलीला में भाग लिया था, जहा उन्होंने रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन करने के लिए तीर चलाए थे। उस समय, प्रधानमंत्री मोदी ने इस त्योहार के साहस, शांति और सत्य की विजय के शाश्वत संदेश पर ज़ोर दिया था।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी विजयादशमी समारोह में शामिल नहीं हो पाईं। उन्हें लाल किले पर नव श्री धार्मिक रामलीला में रावण दहन समारोह में भाग लेना था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पीतमपुरा में विजयादशमी समारोह में शामिल होना था, लेकिन वहां का पंडाल भी बारिश के कारण गीला हो गया।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित विजयादशमी उत्सव में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन भी देखा। इसके साथ ही दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने भी रावण दहन कार्यक्रम में भाग लिया है।