राम मंदिर हमले का साजिशकर्ता
लखनऊ: अयोध्या के राम मंदिर को निशाना बनाने की साजिश रच रहे संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को गुजरात एटीएस और फरीदाबाद एसटीएफ ने संयुक्त ऑपरेशन में गिरफ्तार किया। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए, जिन्हें निष्क्रिय कर दिया गया। कोर्ट ने अब्दुल रहमान को 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया है, जहां सुरक्षा एजेंसियां उससे आतंकी नेटवर्क और हमले की साजिश को लेकर गहन पूछताछ करेंगी।
गुजरात एटीएस को इनपुट मिला था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भारत में किसी बड़े आतंकी हमले की तैयारी कर रही है। इसी कड़ी में अब्दुल रहमान को फैजाबाद (अयोध्या) से ट्रेन पकड़कर फरीदाबाद भेजा गया था, जहां उसे एक हैंडलर ने हैंड ग्रेनेड सौंपे। योजना थी कि वह वापस अयोध्या जाकर राम मंदिर को निशाना बनाए, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते उसे धर दबोचा और अब आगे की कार्रवाई के लिए 10 दिनों की रिमांड पर रखा गया है।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अब्दुल रहमान ISI के ISKP (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस) मॉड्यूल का हिस्सा था। वह पहले भी कई बार अयोध्या जाकर राम मंदिर की रेकी कर चुका था और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ISI को भेजी थी। माना जा रहा है कि इस साजिश में उसके अलावा और भी लोग शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है। अब्दुल रहमान उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर, फैजाबाद का निवासी है और कथित रूप से एक आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। पूछताछ के दौरान उसने पाली इलाके के खंडहर मकान में छुपाए गए हथियारों की जानकारी दी, जिसके बाद एटीएस और फरीदाबाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
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अब्दुल रहमान से बरामद ग्रेनेड पर किसी कंपनी या देश का मार्का नहीं था, जिससे संदेह है कि यह हथियार तस्करी के जरिए भारत पहुंचा। सुरक्षा एजेंसियां अब इस साजिश में जुड़े अन्य लोगों और हथियारों की आपूर्ति करने वाले नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हैं। उसकी गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और राम मंदिर की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।