रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
Indian Railways War Room Update: यात्रियों की भारी भीड़ से निपटने के लिए भारतीय रेलवे ने विशेष इंतजाम किए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इसके लिए डिवीजन, जोनल और बोर्ड लेवल पर तीन स्तरीय वॉर रूम स्थापित किए गए हैं। साथ ही, अचानक भीड़ बढ़ने पर उपयोग के लिए 3,000 ट्रेनों को रिजर्व में रखा गया है।
भारतीय रेलवे ने स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ से निपटने और प्रबंधन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि इन इंतजामों के तहत, डिवीजन, जोनल और बोर्ड लेवल पर तीन स्तरीय वॉर रूम बनाए गए हैं। इन वॉर रूम के जरिए स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ के स्तर को देखते हुए त्वरित निर्णय लिए जा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने वॉर रूम के कार्य करने के तरीके पर विस्तार से बात करते हुए बताया कि भारतीय रेलवे ने यात्रियों की भारी भीड़ पर नजर रखने और उनका प्रबंधन करने के लिए रेल भवन में भी एक वॉर रूम स्थापित किया है। मंत्री ने बताया कि यह कमांड सेंटर वास्तविक समय पर निगरानी रखने में सक्षम है। यह अधिकारियों को भीड़भाड़, यात्रियों की शिकायतों और संभावित घटनाओं का तुरंत समाधान करने में भी सक्षम बनाता है।
यह वॉर रूम सम्पूर्ण भारतीय रेलवे नेटवर्क की देखरेख करने वाली एक प्रभावी प्रणाली के रूप में विकसित हो चुका है। वर्तमान में, रेलवे बोर्ड, जोनल और डिवीजन स्तर पर 80 से अधिक वॉर रूम सक्रिय हैं। रेलवे ने पहले ही 10,700 ट्रेनों की समय सारणी आईआरटीसीटी के माध्यम से जारी कर दी है। इसके अलावा, अचानक भीड़ भड़ने पर ट्रेनों की आपूर्ति को तुरंत बढ़ाया जा सके, इसके लिए लगभग 3,000 ट्रेनों को रिजर्व में रखा गया है।
वॉर रूम की प्रभावशीलता का उदाहरण देते हुए, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 18 अक्टूबर को सूरत के उधना रेलवे स्टेशन पर काफी भीड़ देखी गई थी। उस समय, वॉर रूम से तुरंत आसपास के स्टेशनों पर रखी गई रिजर्व ट्रेनों को बुलाया गया, जिससे समस्या को तुरंत सुलझाया गया।
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इसी तरह की स्थिति एक दिन अंबाला में भी देखी गई, जहां जलंधर और उसके आसपास रिजर्व रखी गई ट्रेनों की आपूर्ति बढ़ाकर स्टेशन पर भीड़ को कम किया गया। रेलवे ने इस साल बिहार पर भी विशेष ध्यान दिया है। मंत्री ने आगे बताया कि इस साल बिहार में गंतव्य की संख्या को बढ़ाकर 18 कर दिया गया है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा केवल 7 था।