कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा
ढाका : बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों और अत्याचारों को लेकर भारत में भी चर्चा हो रही है। इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। प्रियंका गांधी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हो रहे हमलों की खबरें परेशान करने वाली हैं।
उन्होंने कहा कि धर्म, जाति, भाषा या पहचान के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हमले किसी भी सभ्य समाज में अस्वीकार्य हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी और वहां की नवनिर्वाचित सरकार हिंदू, ईसाई और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करेगी।
पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमलों की खबरें विचलित करने वाली हैं। किसी भी सभ्य समाज में धर्म, जाति, भाषा या पहचान के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हमले अस्वीकार्य हैं।
हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में जल्द हालात सामान्य होंगे और वहां की नवनिर्वाचित सरकार हिंदू,…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 12, 2024
आवामी लीग की नेता शेख हसीना के बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और दक्षिण एशियाई देश में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद बांग्लादेश में हिंदू समुदाय चिंतित है। रविवार को भी बंदरगाह शहर चटगांव भारी संख्या में हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यकों ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने मांग की है कि उनकी जान-माल और पूजा स्थलों की सुरक्षा की जाए। इस दौरान उन्हों ने यह भी कहा कि बांग्लादेश उनकी मातृभूमि है और वह इसे छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे।
बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यों को लेकर टारगेटेड हिंसा की ख़बरें सामने आई हैं। जिस पर संयुक्त राष्ट्र ने भी ध्यान दिया है। यूएन ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम बांग्लादेशी सरकार से अल्पसंख्यकों के हितों और उनकी जान माल की रक्षा करने को कहा है। वहीं, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री यूनुस ने भी अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की निंदा की है और उन्हें “जघन्य” करार दिया है।
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नोबेल पुरस्कार विजेता ने हाल ही में एक बांग्लादेशी विश्वविद्यालय में छात्रों से कहा, “क्या वे इस देश के लोग नहीं हैं? आप (छात्र) इस देश को बचाने में सक्षम हैं; क्या आप कुछ परिवारों को नहीं बचा सकते? वे मेरे भाई हैं। हमने साथ मिलकर लड़ाई लड़ी है और हम साथ ही रहेंगे।”