PM मोदी के साथ BJP शासित राज्यों के CM और डिप्टी CM (सोर्स - सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य मंत्रियों ने लगातार दूसरे दिन BJP शासित राज्य के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ रविवार को विशेष रूप से विचार-विमर्श किया। बैठक के दौरान मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों में जारी विभिन्न विकास योजनाओं पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और जे पी नड्डा ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
मोदी ने अपनी भाषण में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा शासित राज्यों में जारी कल्याणकारी योजनाओं की कवरेज सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इसे सुशासन के उदाहरण के तौर पर देखा जाना चाहिए। न्यूज एजेंसी के मुताबिक उन्होंने बताया कि समाज के विभिन्न वर्गों, खासकर गरीबों की मदद के लिए BJP शासित राज्यों की सरकारों के प्रयासों से वहां के लोगों को काफी लाभ मुहैया कराया गया है।
उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखते हुए कहा था कि हमारी पार्टी सुशासन को आगे बढ़ाने और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक प्रयास कर रही है। भाजपा द्वारा नियमित अंतराल पर आयोजित ‘मुख्यमंत्री परिषद’ का उद्देश्य राज्यों में प्रमुख योजनाओं की समीक्षा करना, शासन के सर्वोत्तम तौर-तरीकों और केंद्र सरकार की कल्याणकारी पहल को लागू करना है।
Prime Minister Shri @narendramodi held a meeting with BJP Chief Ministers and Deputy Chief Ministers at BJP Headquarters, New Delhi. pic.twitter.com/bHLoEPKVfs
— BJP (@BJP4India) July 28, 2024
बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा, राजस्थान के भजनलाल शर्मा और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी शामिल हुए। मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, हरियाणा, मणिपुर और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों ने भी विचार-विमर्श में शामिल हुए। इस बैठक को 23 जुलाई को संसद में केंद्रीय बजट पेश किए जाने के बाद की गई। विपक्ष की ओर से केंद्रीय बजट पेश किए जाने को लेकर बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष तवज्जो दिये जाने और अन्य राज्यों की अनदेखी करने को लेकर सभी ने केंद्र सरकार की आलोचना की है।
लोकसभा चुनाव के बाद यह पहली बैठक है। हाल ही में बीते आम चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और पार्टी संसद के निचले सदन में अपने बल बूते के जरीए बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं कर सकी थी। हालांकि, पार्टी के नेताओं ने कहा है कि बैठक में शासन के मुद्दे अभी चर्चा के केंद्र में स्थित हैं।