आचार्य प्रमोद कृष्णम (डिजाइन फोटो)
नई दिल्ली: छत्रपति संभाजी महाराज पर आधारित बॉलीवुड फिल्म ‘छावा’ के रिलीज होने के बाद मुगल शासक औरंगजेब चर्चा में आ गए हैं। दरअसल, छावा के रिलीज होने के बाद मुगल शासक औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग उठने लगी है और तमाम दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं।
अब इस पूरे प्रकरण पर आचार्य प्रमोद कृष्णम का बड़ा बयान सामने आया है। अपने बयान के जरिए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बीजेपी को सनातन धर्म का पाठ पढ़ाया है। दरअसल, उन्होंने कहा, ‘कब्र हटाना तालिबान का काम है, हम मुर्दों से नहीं लड़ते।’
कल्कि धाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि भारत मुर्दों से नहीं लड़ता। भारत के शौर्य और पराक्रम की कहानियां इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। हमारे सभी राष्ट्रनायकों ने कभी सनातन के सिद्धांतों को नहीं छोड़ा। किसी की कब्र हटाना तालिबान का काम है।
उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म कब्र हटाने की इजाजत नहीं देता। हम दुश्मन का सम्मान उसके मरने के बाद भी करते हैं। इस बीच, वक्फ बोर्ड मामले को लेकर प्रमोद कृष्णम का कहना है कि भारत कभी भी आईएसआईएस के खतरे में नहीं आया। धमकी देना आतंकियों का काम है लेकिन भारत किसी से नहीं डरता।
कुछ दिनों पहले फिल्म छावा रिलीज हुई थी, जिसके बाद औरंगजेब को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, इस फिल्म में औरंगजेब को बेहद क्रूर शासक के तौर पर दिखाया गया है। इस बीच, सपा विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ करते हुए उसे महान शासक बताया। जिसके बाद उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा के पूरे बजट सत्र से निलंबित कर दिया गया।
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औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग तेज हुई अबू आजमी द्वारा औरंगजेब की तारीफ किए जाने के बाद इस पूरे मामले में तीखी बहस शुरू हो गई। अब इस पूरे मामले में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग तेज हो गई है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा था कि हमें भी लगता है कि औरंगजेब की कब्र हटाई जानी चाहिए। आपको बता दें कि औरंगजेब का मकबरा महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) जिले के खुल्दाबाद में है। यह शहर से 25 किलोमीटर दूर है।