सिस्टम पर फूटा छात्रों का गुस्सा (सोर्स: सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के एक कोचिंग में बारिश के पानी भर जाने से UPSC की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो गई। जिसके बाद ये मामला ना केवल राज्य बल्कि पूरे देश में तूल पकड़ लिया। केंद्र सरकार और राज्य सरकार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी किसी भी पार्टी का नाम लिए बगैर सिस्टम पर निशाना साध रहे हैं। हालांकि सिस्टम को चेंज करने का सपना देखने वाले छात्र खुद सिस्टम के शिकार बन गए।
इस घटना के बाद दिल्ली की आप सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है। वहीं छात्र संगठन ABVP के कार्यक्रताओं ने दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के घर के बाहर MCD के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। गुस्साए छात्रों ने घर के आगे लगे बोर्ड पर कालिख भी पोते। हालांकि इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया। इस पूरे मामले में सभी लोग एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। पुलिस ने एक्शन लेते हुए संस्थान के मालिक को गिरफ्तार कर लिया।
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने मौके पर पहुंचकर आप सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बच्चे यहां अपना भविष्य बनाने आए थें। लेकिन उनके भविष्य को खत्म कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक दुर्गेश पाठक की सरकार ने स्थानीय लोगों की कोई गुहार नहीं सुनी। पिछले एक हफ्ते से दुर्गेश पाठक से ड्रेनेज सिस्टम साफ कराने के लिए कह रही हूं, लेकिन नहीं किया गया। जिसका हमें इतना भारी नुकसान उठाना पड़ा।
सड़क पर अभी भी 2।5 फीट पानी जमा है। बेसमेंट में पूरा पानी भर चुका है और अंदर के फर्नीचर तैर रहे हैं। इस मृत्यु की जिम्मेदार केजरीवाल सरकार है। वहीं भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने इसे त्रासदी नहीं बल्कि हत्या बताया है। भाजपा का कहना है कि यह साफ तौर पर नालों की सफाई न होने के कारण हुई दुर्घटना है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।
आप सांसद स्वाति मालीवाल के पहुंचने पर छात्रों ने स्वाति गो बैक के नारे लगाए। हालांकि स्वाती मालीवाल ने कहा कि अभी राजेंद्र नगर में यूपीएससी के छात्रों से मुलाकात की। सबने बहुत अच्छे से मुझसे बात की और अपनी जायज पीड़ा बताई। उनके मन में बहुत गुस्सा है कि अभी तक दिल्ली सरकार के मंत्री और मेयर उनसे मिलने नहीं आये। इनका ग़ुस्सा बिलकुल जायज है क्योंकि यह आपदा नहीं मर्डर है।
उन्होंने आगे कहा कि बेशर्मी देखिए अभी भी जवाबदेही की जगह, विधायक और पार्षद कुछ वॉलंटियर्स को छात्रों के बीच में भेज कर मेरे खिलाफ़ नारे लगवाने में दिमाग चला रहे हैं। ये इसलिए क्योंकि मैं मांग कर रही हूं कि इनके खिलाफ भी एफआईआर होनी चाहिए। तुरंत मंत्री और मेयर को अपने आलीशान घर और एसी कमरों से निकल के इन बच्चों से आके माफी मांगनी चाहिए। परिवारों को एक-एक करोड़ की सहयोग राशि देनी चाहिये। मैं संसद में छात्रों के इंसाफ की आवाज जरूर उठाऊंगी।
आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह लो-लाइन एरिया है। इस लाइन से पानी बहता है। नाला या सीवर टूट गया है और पानी बेसमेंट में भर गया है। टीमें अपना काम कर रही हैं। भाजपा को भी जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्या किया। पिछले 15 सालों से वे पार्षद हैं, फिर भी नाला क्यों नहीं बनवाया। एक साल में सारे नाले नहीं बन सकते। राजनीति की कोई जरूरत नहीं है, अभी महत्वपूर्ण बच्चों की जान है।’
कुल मिलाकर इतने बड़े हादसे को भी सभी पार्टियों ने एक नया मुद्दा बना दिया। छात्रों और उनके परिवार के बजाए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। ऐसा करने के बजाए अभी भी दिल्ली के अन्य इलाकों मे भरे पानी को निकलवाने का कार्य करना चाहिए।