हिमंता और गौरव गोगोई (फोटो-सोशल मीडिया)
गुहावटीः लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई के पाकिस्तन के साथ कथित संबंधों से जुड़े मामले में असम पुलिस ने पार्टी नेता और राज्यसभा के पूर्व सदस्य रिपुन बोरा से गुरुवार को करीब 6 घंटे तक पूछताछ की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बोरा सुबह करीब 11 बजे मुख्यमंत्री के विशेष सतर्कता प्रकोष्ठ (एसवीसी) कार्यालय पहुंचे और उनसे करीब 6 घंटे तक पूछताछ की गई।
अधिकारी ने बताया कि हालांकि, इस मामले में कोई और जानकारी देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि अभी प्रकरण की जांच की जा रही है। बोरा ने एसवीसी कार्यालय से बाहर आने पर संवाददाताओं से कहा कि जांचकर्ताओं ने उन्हें अलग-अलग प्रश्नों से उलझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग किया।
प्रेस वार्ता में दिए गए बयानों के बारे में पूछाः रिपुन
बोरा ने कहा कि उन्होंने मुझसे संवाददाता सम्मेलन में दिए गए मेरे बयानों के बारे में पूछा और जानना चाहा कि क्या मैंने वे टिप्पणियां की थीं। मैंने उसी के अनुसार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे मुझे दोबारा बुला सकते हैं और मैं तब आऊंगा। पूर्व राज्यसभा सदस्य ने कहा कि उन्होंने जांचकर्ताओं को दो और लोगों – असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दिगंत कलिता को पूछताछ के लिए बुलाने का सुझाव दिया।
‘दावा करने वाले के पास होने चाहिए ठोस सबूत’
कांग्रेस नेता ने कहा कि सीएम शर्मा और कलिता दोनों ने ऐसे बात की जैसे उन्हें गोगोई के दौरे के बारे में सब कुछ पता हो। मुख्यमंत्री दावा कर रहे हैं कि उनके पास ठोस सबूत हैं। इसलिए उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने शर्मा के इस बयान का भी हवाला दिया कि मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पड़ोसी देश की गोगोई की यात्रा के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पाकिस्तान से संपर्क किया था।
कलिता और हिमंता से पूछताछ की सलाह
बोरा ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों की वजह से भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति है। जब हम उनके खिलाफ लड़ रहे हैं तो आप उस देश से कैसे संपर्क कर सकते हैं? इसलिए, इस मुद्दे पर पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री को बुलाया जाना चाहिए। बोरा ने यह भी कहा कि भाजपा विधायक कलिता ने भी मीडिया से बात करते हुए गोगोई की बहुचर्चित पाकिस्तान यात्रा के बारे में ‘‘कई विवरण” साझा किए। उन्होंने कहा, ‘‘कलिता ने 2013 में गोगोई की यात्रा का जिक्र किया। तब वह कांग्रेस में थे। तो क्या वह गोगोई के साथ पाकिस्तान गए थे? अगर नहीं, तो उन्हें इतनी सारी जानकारी कैसे मिली? एसआईटी को उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाना चाहिए।