राज्य सभा (Image- Social Media)
Debate On Operation Sindoor: संसद के उच्च सदन राज्यसभा में मंगलवार से ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की चर्चा शुरू होगी। सूत्रों के मुताबिक, राजनाथ सिंह और एस जयशंकर सुबह 11 बजे से राज्यसभा में इस चर्चा में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के भी इस चर्चा में शामिल होने की उम्मीद है। वहीं, सदन में सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस को चर्चा के लिए करीब 2 घंटे का समय दिया गया है। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बहस की शुरुआत करेंगे।
इससे पहले सोमवार को AIADMK के नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य आईएस इनबादुरई और एम धनपाल ने शपथ ली। हालांकि, इसके बाद हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक और फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर महाबहस हो रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर जानकारी देते हुए बहस की शुरुआत की। संसद में उन्होंने कहा कि भारत ने सैन्य कार्रवाई के दौरान 100 से ज्यादा आतंकियों एवं उनके हैंडलरों को मार गिराया। साथ ही उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर रुका नहीं है, बल्कि स्थगित हुआ है। भविष्य में पाकिस्तान की नापाक हिमाकतों का ऑपरेशन सिंदूर के जरिए मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
विदेश मंत्री ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़े और निर्णायक कदम उठाए। उन्होंने कहा कि जयशंकर ने बताया कि पहलगाम हमले के तुरंत बाद, 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक बुलाई गई, जिसमें पांच अहम फैसले लिए गए। उन्होंने कहा कि ये केवल शुरुआती कदम थे और भारत की प्रतिक्रिया यहीं तक सीमित नहीं थी।
लोकसभा में बोलते हुए जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को भी खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच किसी मध्यस्थता की बात कही थी। जयशंकर ने साफ किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई मध्यस्थ नहीं था, और भारत ने हमेशा अपने हितों की रक्षा स्वयं की है।
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इससे पहले संसद को राजनाथ सिंह ने बताया कि इस अभियान में 100 से अधिक आतंकवादी और उनके हैंडलर मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविक संख्या अधिक हो सकती है, परंतु सरकार जिम्मेदारी के साथ आधिकारिक आंकड़े साझा करेगी। रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को जवाब देते हुए रामायण की चौपाई “जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे” का उल्लेख किया। उनका कहना था कि भारत की ओर से की गई प्रतिक्रिया पूरी तरह संतुलित और आत्मरक्षा के तहत थी।