कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच घटित सैन्य तनाव को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा भारत की राजनीति में लगातार हलचल बढ़ा रहा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार से पूछा है कि क्या ट्रंप का दावा सिर्फ आत्म-प्रशंसा है या इसमें कोई सच्चाई भी है। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि क्या भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अपने सैन्य विमानों को खोया है। चिदंबरम ने इस संवेदनशील मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगते हुए सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।
चिदंबरम ने चिंता जताई कि 7 मई को भारत द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में किए गए हमलों के बाद किसी भी बड़े देश ने भारत के समर्थन में खुलकर बयान नहीं दिया। उन्होंने चीन के पाकिस्तान को मिल रहे समर्थन को भी खतरनाक बताया। साथ ही उन्होंने ट्रंप की मध्यस्थता की भूमिका को लेकर भारत सरकार से स्थिति स्पष्ट करने को कहा। चिदंबरम ने यह भी कहा कि युद्ध जैसी स्थितियों में विपक्ष को भरोसे में लिया जाना चाहिए।
ट्रंप की भूमिका पर सवाल
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ट्रंप के उस बयान को पेचीदा बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता रोकने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि ट्रंप बिन बुलाए मध्यस्थ हैं और भारत सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उनके दावों में कोई सच्चाई है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के अंतरराष्ट्रीय बयानों से भ्रम फैल सकता है, इसलिए सरकार को खुलकर बात करनी चाहिए।
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क्या ऑपरेशन सिंदूर में हुआ नुकसान?
चिदंबरम ने यह भी सवाल उठाया कि क्या हालिया ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने अपने विमान या अन्य सैन्य उपकरण खो दिए हैं। उन्होंने कहा कि वायुसेना और सेना के अधिकारियों ने अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान की बात स्वीकारी है, लेकिन इसकी आधिकारिक जानकारी विपक्ष और जनता को नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के दावे भले कुछ भी रहे हों, पर इसकी सच्चाई तो कुछ और रही है जो कि भारत को साझा करनी चाहिए।