(कांसेप्ट फोटो सौ. सोशल मीडिया)
संभल : दिल्ली से संभल जा रहे सपा सांसदों के प्रतिनिधिमंडल और समाजवादी पार्टी के शामिल हरेंद्र मलिक को यूपी गेट पर रोक दिया गया। इसके साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे को लखनऊ में रोका गया। इसके बाद समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई।
अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का बोर्ड सतर्क था। हम सभी शांति का समर्थन करते हैं। ये जरूरी है कि लोगों को न्याय मिले। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि शासन समय-समय पर क्या कहता है। ये एक सरकारी आदेश है। इतना ही- कहा जाता है कि अगर ये सभी फोर्स पहले आ जाती तो वहां के लोगों को न्याय मिल सकता था। लेकिन बीजेपी प्रतिनिधिमंडल को जाने नहीं दिया गया। लेकिन ऐसा कब तक चलेगा?
देश की ताजा खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें!
उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। एसपी प्रतिनिधिमंडल के दौरे के दौरान संबल के डीएम राजेंद्र पैंसिया ने कहा है कि – अब धारा 163 लागू कर दी गई है और मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे 10 दिसंबर से पहले यहां न आएं। माहौल शांत है और कोई समस्या नहीं है। लेकिन सावधान रहें। संवेदनशीलता के तहत हमने सभी को मना किया है। पुलिस ने मुजफ्फरनगर के एसपी सांसद हरेंद्र मलिक से कहा कि उन्हें आगे बढ़ने की इजाजत नहीं है। एसीपी आने के बाद ही पद जारी किया जाएगा। इस मौके पर बोलते हुए सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि ये सत्ता पक्ष की मनमानी है। इस वजह से वे आगे काम नहीं कर सकते। कोई भी कहीं भी जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वो संभल जरूर जाएंगे और अगर पुलिस ने उन्हें रोका तो कानून के दायरे में वो अगला कदम उठाएंगे। फिलहाल सांसदों को काफी देर रूकने के बाद दिल्ली वापस लौटना पड़ा है। उन्होंने कहा है कि वो इस मुद्दे को सोमवार को संसद में जरूर उठाएंगे। उनके रोके जाने के समय कई किलोमीटर का जाम लगा रहा।