नीतीश के हिजाब विवाद पर उमर अब्दुल्ला बोले सीएम को माफी मांगनी चाहिए (फोटो- सोशल मीडिया)
Omar Abdullah Sharply criticized Nitish Kumar Hijab Controversy: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने के मामले ने अब बड़ा राजनीतिक रूप ले लिया है। इस घटना पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी है। उमर अब्दुल्ला ने सीधे तौर पर सवाल उठाया है कि अगर यही हरकत हरियाणा या राजस्थान में किसी हिंदू महिला के साथ हुई होती, तो क्या तब भी बीजेपी और उनके नेताओं का यही रिएक्शन होता? उन्होंने नीतीश कुमार से तुरंत माफी मांगने की मांग की है।
यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे थे। मंच पर एक मुस्लिम महिला डॉक्टर अपना पत्र लेने पहुंचीं, तभी सीएम नीतीश कुमार ने उनके नकाब को छूने की कोशिश की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हंगामा मच गया। उमर अब्दुल्ला ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि किसी भी महिला के कपड़ों को छेड़ना या हाथ लगाना गलत है, चाहे वह किसी भी धर्म की हो।
अगर यही हरकत हरियाणा या राजस्थान में किसी हिंदू महिला के साथ हुई होती और उसका घूंघट मैने उतारा होता तो क्या भाजपा वाले यही कहते- उमर अब्दुल्ला। pic.twitter.com/jzDLCRfCZA — Sourabh Sharma (@SourabhPaliya) December 19, 2025
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने इस बात पर गहरी चिंता जताई कि वह लेडी डॉक्टर अब अपमानित महसूस कर रही हैं और उन्होंने नौकरी ज्वाइन न करने का मन बना लिया है। उमर ने कहा कि मैं पढ़ रहा था कि वह अब अपना ऑर्डर नहीं लेना चाहतीं। उन्होंने नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी गलती का एहसास होना चाहिए। उन्हें उस डॉक्टर को बुलाकर माफी मांगनी चाहिए और मनाने की कोशिश करनी चाहिए ताकि वह अपना फैसला बदलें और सर्विस में आकर लोगों की खिदमत करें। उमर ने कहा कि उन्हें कभी ऐसी जरूरत महसूस नहीं होती कि किसी औरत के कपड़ों को हाथ लगाएं।
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इस मामले में केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार का बचाव करते हुए विवादित बयान दिया था। गिरिराज ने कहा था कि क्या यह इस्लामिक देश है? उन्होंने यह भी कहा कि महिला चाहे तो नौकरी ठुकरा दे या जहन्नुम में जाए। इस पर पलटवार करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बीजेपी से यही उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर मैंने किसी हिंदू औरत का घूंघट उतारा होता तो कितना बवाल होता, लेकिन चूंकि डॉक्टर मुसलमान थी, इसलिए बीजेपी का पैमाना अलग है।