लॉरेंस की फोटो वाली टी शर्ट (फोटो- सोशल मीडिया)
मुंबईः ई-कॉमर्स कंपनी Flipkart, Etsy, AliExpress, Teeshopper और कई अन्य कपंनियों के खिलाफ महाराष्ट्र की साइबर विभान FIR दर्ज किया है। इन कंपनियों द्वारा ऑनलाइन गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और दाउद इब्राहिम की प्रिंट वाली टीशर्ट बेंची जा रही थी। आरोप है कि इस बिक्री के जरिए ये कंपनियां गैंगस्टर्स और आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों को ग्लैमराइज और प्रमोट कर रहीं हैं।
एक अधिकारी ने मामले में कहा कि आफराधिक शख्सियतों को आदर्श मानने वाले प्रोडक्ट समाज के लिए बड़ा खतरा पैदा करते हैं। इससे युवाओं पर बुरा प्रभाव पड़ता है। अधिकारी ने आगे बताया कि साइबर सुरक्षा अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन निकगारी के दौरान पाया गया कि इस तरह के प्रोडक्ट फ्लिपकार्ट, अली एक्सप्रेस, टीशॉपर और एट्सी जैसी कंपनियों द्वारा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लॉरेंस और दाउस जैसे अपराधियों की फोटो वाली टी- शर्ट बेच रहे थे।
ये भी पढ़ें- जयराम रमेश का देवेंद्र फडणवीस पर पलटवार, कहा- हताशा में संविधान की लाल किताब पर जता रहे आपत्ति
गौरतलब है कि इससे पहले ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो द्वारा लॉरेंस बिश्नोई की फोटो वाली टी-शर्ट बेचा जा रहा था। जिसकी काफी अलोचना हुई। इसके बाद कंपनी ने मामले को तूल पकड़ता देख लॉरेंस की प्रिंट वाली टी-शर्ट वेबसाइट और ऐप से हटा दिया।
वहीं, सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा था कि मीशो द्वारा लॉरेंस बिश्नोई की तस्वीर वाली टी-शर्ट डेढ़ सौ से दो सौ रुपये में बेची जा रही है। जिसका बड़ी संख्या में युवाओं द्वारा प्रयोग किया जा रहा है। इस मामले को लेकर फिल्म निर्माता अलीशान जाफरी सने सोशल मीडिया एक्स पर इसे देश में ऑनलाइन रेडिकलाइजेशन का उदाहरण बताया था। उन्होंने पोस्ट में कहा कि इस तरह की टी-शर्ट्स युवा पीढ़ी में गलत आदर्श स्थापित कर सकती हैं। ये एक गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि ऐसे उत्पाद अपराधियों के प्रति सहानुभूति बढ़ाने का काम कर सकते हैं
कौन है लॉरेंस बिश्नोई
बता दें कि युवाओं में बड़ी संख्या में इस तरके टी-शर्ट पहनने का ट्रेंड चल गया है। पंजाब और हरियाणा में बहुत से युवा इस तरह के टी-शर्ट का उपयोग करते हैं। फोटो वाली टी-शर्ट का ट्रेंड सिंगर सिद्धु मुसेवाला से स्टार्ट हुआ और अब लॉरेंस बिश्नोई तक पहुंच गया है।
जबकि लॉरेंस बिश्नोई एक कुख्यात गैंगस्टर है, जिस पर कई आपराधिक केस दर्ज हैं। लॉरेंस पर चार UAPA के तहत भी मामले दर्ज हैं। हाल ही में उसके गैंग ने एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
ये भी पढ़ें- प्रेस कॉन्फ्रेंस में आखिर क्या बोल गए एस जयशंकर कि कनाडा ने ऑस्ट्रेलियाई चैनल को कर दिया बैन