(डिज़ाइन फोटो)
पटना: बिहार में भ्रष्ट अफसर और कर्मचारी पर निगरानी की कार्रवाई में सीवान जिले के महराजगंज अनुमंडल के भूमि सुधार उपसमाहर्ता (DCLR) और उनका क्लर्क रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार हुआ है। बीते मंगलवार की रात को विशेष निगरानी इकाई ने यह कार्रवाई की है।
इस अफसर और क्लर्क को मिलीभगत करके 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है। जमीन विवाद मामले के निपटारे के एवज में ये रकम ली गयी थी। यह भ्रष्ट अफसर महाराजगंज के DCLR राम रंजन सिंह हैं। जबकि उनके साथ लिपिक संतोष कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।
यहां पढ़ें – शरद पवार ने नितिन गडकरी के ‘इस’ बयान को लेकर की उनकी तारीफ, बांधे तारीफों के पुल
जानकारी मिली कि DCLR ने परिवादी से डेढ़ लाख रुपए की मांग की थी और पैसा न मिलने पर जिस जमीन को अंचलाधिकारी ने उसके नाम पर कर दिया था, उसका मालिकाना हक विरोधी पार्टी को दे देने की भी धमकी दी थी।
इस बाबत SVU के अपर पुलिस महानिदेशक नैयर हसनैन खान ने बुधवार को बताया कि महाराजगंज के डीसीएलआर राम रंजन सिंह और उनके लिपिक संतोष कुमार को मिलीभगत कर एक परिवादी से 20,000 रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
यहां पढ़ें – कोलकाता कांड: चिकित्सकों की हड़ताल आज भी जारी, ममता सरकार के खिलाफ SC पहुंचा केंद्र
खान के अनुसार, डीएसएलआर ने परिवादी से कथित तौर पर डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी और राशि न मिलने की सूरत में, जिस जमीन को अंचलाधिकारी ने उसके नाम पर कर दिया था, उसका मलिकाना हक विरोधी पक्ष के किसी व्यक्ति को देने की धमकी दी थी। बताया गया कि SVU के पास जब इसकी शिकायत आयी तो मामले की जांच शुरू की गयी. इसी क्रम में ये कार्रवाई की गयी और दोनों को गिरफ्तार किया गया.
खान ने यह कहा कि एसवीयू ने इस संबंध में भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस संबंध में कांड संख्या 3/24 धारा 7 PC Act के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है. उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को आज सक्षम अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।