प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो- सोशल मीडिया
IMD Weather Alert: देश के कई राज्यों में मौसम के अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं। एक ओर दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है, वहीं दूसरी ओर दक्षिण ओडिशा से आई डिप्रेशन प्रणाली के असर से महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दक्षिण ओडिशा से टकराई डिप्रेशन प्रणाली अब अंदरूनी हिस्सों में प्रवेश कर चुकी है और अगले 24 घंटों में यह कमजोर होकर ‘वेल मार्क्ड लो-प्रेशर एरिया’ में बदल सकती है। इसके प्रभाव से महाराष्ट्र और गुजरात में 28 से 30 सितंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।
महाराष्ट्र में 29 सितंबर को भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि गुजरात में 28 से 30 सितंबर तक लगातार वर्षा हो सकती है। दक्षिण गुजरात क्षेत्र में 28 सितंबर को भारी बारिश का अनुमान है। सौराष्ट्र और कच्छ में 29 सितंबर को कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान जताया जा रहा है।
दिल्ली-एनसीआर में गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं। मॉनसून की वापसी के बाद अब यहां बारिश की कोई संभावना नहीं है। तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं लेकिन बारिश की संभावना नहीं है।
उत्तर प्रदेश में भी गर्मी का असर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बिजली गिरने की भी संभावना है। तापमान सामान्य से 1-2 डिग्री अधिक रहने का अंदेशा जताया गया है। बिहार में फिलहाल बारिश नहीं होगी लेकिन हवाएं तेज रह सकती हैं। बिहार में अगले कुछ दिनों तक मौसम अपेक्षाकृत सूखा रहेगा। कुछ इलाकों में तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चल सकती हैं और 2 से 3 अक्टूबर को हल्की बारिश की संभावना है।
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में मौसम फिलहाल शांत रहने की उम्मीद है। बड़े पैमाने पर बारिश की संभावना नहीं है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रात का तापमान धीरे-धीरे कम हो सकता है। मौसम आंशिक बादलों वाला या शुष्क रहने की संभावना जताई जा रही है।
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एक तरफ जहां उत्तर भारत उमस और गर्मी से जूझ रहा है, वहीं पश्चिमी और दक्षिणी राज्यों में बारिश के चलते अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में मौसम का यह बदलाव स्थानीय प्रशासन और नागरिकों दोनों के लिए सतर्कता बरतने का संकेत है। मौसम विभाग की अगली चेतावनियों पर नजर बनाए रखना जरूरी होगा।