बेलागावी : कर्नाटक (Karnataka) के बेलागावी (Belagavi) में अलग-अलग धर्मों के भाई-बहन को प्रेमी जोड़ा समझकर उनके ऊपर कथित रूप से हमला करने के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया और दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। माता-पिता के द्वारा अंतर्धार्मिक विवाह के कारण दोनों एक दूसरे के मौसरे भाई बहन लगते हैं, लेकिन हमला करने वालों ने उनकी एक भी नहीं सुनी और अंतरधार्मिक प्रेमी जोड़ा समझकर मारपीट की। इसके पीछे प्रमुख कारण यह बताया जा रहा है कि युवती ने हिजाब (Hijab Girl) पहन रखा था जबकि लड़के ने तिलक (Tilak Boy) लगाया हुआ था।
पुलिस ने बताया कि घटना पिछले शनिवार छह जनवरी की है। इस तरह की एक अन्य घटना इसके दो दिन बाद यहां से 170 किमी दूर हावेरी में हुई थी। पुलिस के अनुसार, पीड़ित भाई-बहन की उम्र 20 वर्ष के आस-पास की है, जो यहां फोर्ट लेक पर बैठकर बातचीत कर रहे थे कि तभी नाबालिगों सहित कुछ लोगों का एक गिरोह वहां पहुंच गया।
प्रतीकात्मक तस्वीर
पुलिस ने बताया कि गिरोह को लगा कि ये अंतरधार्मिक प्रेमी जोड़ा है, जिसके बाद वे दोनों को झील के पास एक कमरे में कथित तौर पर ले गए और उनकी पाइप से पिटाई की। पुलिस के मुताबिक, युवती (स्नातक) कुछ दस्तावेज लेने के लिए अपने कॉलेज गई थी और उसे दोपहर 3.30 बजे तक इंतजार करने के लिए कहा गया था, इसलिए उसका मौसेरा भाई भी उसके साथ आ गया और दोनों फोर्ट लेक पर इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि युवती ने हिजाब पहन रखा था जबकि लड़के ने तिलक लगाया हुआ था। प्रेमी जोड़ा समझकर आरोपियों ने उनसे मारपीट की।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोनों ने गिरोह को बताया कि वे मौसेरे भाई-बहन हैं लेकिन आरोपियों ने उन्हें नहीं बख्शा। अधिकारी ने बताया कि लड़की की मां हिंदू और पिता मुस्लिम हैं। उन्होंने बताया कि लड़की की मां और लड़के की मां आपस में बहनें हैं। अधिकारी के मुताबिक, घटना के बाद आरोपी मौके से भाग गए। अधिकारी ने बताया कि इस बीच, लड़के ने अपने माता-पिता को घटना की जानकारी दी, जिन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया और पुलिस मौके पर पहुंच गई।
उन्होंने बताया कि हमले में लड़के को गंभीर चोटें आईं, जिसे इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। अधिकारी ने बताया कि शिकायत के मुताबिक घटना में 17 लोग शामिल थे, जिनमें से तीन को प्राथमिकी में नामित किया गया है। लोगों की आवाजाही और घटना के क्रम का पता लगाने के लिए अपराध स्थल के आसपास के इलाकों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई, जिसके बाद केवल 10 लोगों की संलिप्तता सामने आई।
उन्होंने कहा, ”10 लोगों में से सात को गिरफ्तार कर लिया गया और दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया। एक आरोपी अभी भी फरार है और हमारी टीमें उसका पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। सभी आरोपी अल्पसंख्यक समुदाय से हैं।”
-एजेंसी इनपुट के साथ