जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सेना और पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन (फोटो- @ANI)
पुंछ: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आतंकियों के नेटवर्क पर कड़ा प्रहार हुआ है। आर्मी की रोमियो फोर्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) ने घने जंगलों में तलाशी अभियान चलाकर भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किए हैं। कश्मीर में भारी बारिश और खराब मौसम के बावजूद सुरक्षाबल लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं। दूसरी ओर, कुपवाड़ा में एक पाकिस्तान समर्थित आतंकी की पांच कनाल से ज्यादा जमीन को यूएपीए के तहत जब्त किया गया है।
पुंछ के खानातर टॉप के घने जंगलों में जारी इस सर्च ऑपरेशन के दौरान कई घातक सामग्री बरामद हुई है। सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन अब भी जारी है और आतंकियों के ठिकानों की तलाश की जा रही है। इससे पहले 6 जुलाई को भी सेना और एसओजी ने बेहरामगला के पास मार्हा इलाके में एक आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया था। वहां से हैंड ग्रेनेड, गोला-बारूद, वायर कटर, बैटरी, चाकू और अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद की गई थी।
#WATCH | Poonch, J&K | Romeo Force of Indian Army & SOG Police conduct joint search operation
(Visuals deferred by unspecified time; no live operational details disclosed) pic.twitter.com/1LgpSoD1ZM
— ANI (@ANI) July 10, 2025
कुपवाड़ा में आतंकी की संपत्ति जब्त, पाकिस्तान से चला रहा था नेटवर्क
सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी उस समय मिली जब कुपवाड़ा जिले के चांदीगाम गांव में रहने वाले आतंकी हैंडलर गुलाम रसूल शाह उर्फ रफिया रसूल शाह की संपत्ति जब्त की गई। यह कार्रवाई यूएपीए की धारा 25 के तहत की गई, जो कि 2022 में दर्ज एक एफआईआर से जुड़ी है। गुलाम रसूल शाह पर प्रतिबंधित आतंकी संगठनों हिजबुल मुजाहिदीन और जमात-उल-मुजाहिदीन से संबंध रखने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप है। वह फिलहाल पाकिस्तान से नेटवर्क चला रहा है।
यह भी पढ़ें: ‘कश्मीर जाने से डरें…’, दीदी को अब्दुल्ला का न्योता, सरकार से सुरक्षा की मांग
सुरक्षा बलों का ऑपरेशन सिंदूर के बाद सख्त रुख
केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां ऑपरेशन सिंदूर के बाद से आतंकियों और उनके मददगारों पर शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। संपत्तियों की जब्ती, हथियारों की बरामदगी और लगातार घेराबंदी आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कार्रवाई की ओर इशारा करती है। यह सख्ती आतंकी फंडिंग, लॉजिस्टिक सपोर्ट और रिक्रूटमेंट चेन को तोड़ने के लिए बेहद जरूरी मानी जा रही है। जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ लड़ाई लगातार तेज हो रही है। सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई न केवल आतंकियों के छिपे हुए जाल को उजागर कर रही है, बल्कि पाकिस्तान समर्थित नेटवर्क को भी गहरी चोट पहुंचा रही है।