भारतीय रेलवे (Image- Social Media)
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ट्रेन टिकट बुकिंग प्रणाली में कुछ बड़े बदलाव करने की तैयारी में है। इसका मकसद यात्रियों को बेहतर सुविधा देना है। रेलवे धीरे-धीरे अपनी आरक्षण प्रणाली में तीन अहम सुधार लाने जा रहा है। इन बदलावों में शामिल हैं — तत्काल टिकट बुकिंग की नई प्रक्रिया, प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों के लिए चार्ट पहले तैयार करना और पूरी टिकटिंग प्रणाली को अपग्रेड करना।
हाल ही में इन सुधारों की समीक्षा के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एक आसान, समझने में सरल और प्रभावी टिकट बुकिंग सिस्टम होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि योजना का मकसद यात्रियों को एक बेहतर और बिना रुकावट वाली यात्रा देना है।
फिलहाल रेलवे ट्रेन के चलने से करीब 4 घंटे पहले चार्ट तैयार करता है। इससे खासकर उन लोगों को परेशानी होती है जो दूर-दराज या आसपास के शहरों से ट्रेन पकड़ने आते हैं। अब एक नया प्रस्ताव है जिसमें ट्रेन के प्रस्थान से 8 घंटे पहले चार्ट बनाने की बात कही गई है। जिन ट्रेनों का समय दोपहर 2 बजे से पहले का होगा, उनका चार्ट एक दिन पहले रात 9 बजे बना दिया जाएगा। रेल मंत्री ने इस बदलाव का समर्थन किया है और इसे धीरे-धीरे लागू करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी को असुविधा न हो।
इससे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को पहले से पता चल सकेगा कि उनका टिकट कन्फर्म हुआ या नहीं। यह बदलाव उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा जो दूर से आते हैं और लंबी दूरी की ट्रेन यात्रा करते हैं। अगर उनका टिकट कन्फर्म नहीं हुआ, तो वे समय रहते दूसरी यात्रा की योजना बना सकेंगे।
भारतीय रेलवे ने बताया है कि 1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट की बुकिंग केवल उन्हीं यात्रियों को मिलेगी, जिनका आईआरसीटीसी अकाउंट सत्यापित (वेरिफाइड) होगा। यह नियम आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों पर लागू होगा। इसके अलावा, तत्काल टिकट बुक करते समय ओटीपी (OTP) आधारित पहचान की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है, जो जुलाई 2025 के आखिर तक लागू की जाएगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तत्काल बुकिंग के लिए पहचान सत्यापन की यह प्रक्रिया और मजबूत की जाए, जिससे सिस्टम पारदर्शी और सुरक्षित रहे।
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रेल मंत्री ने हाल ही में यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS) को बेहतर बनाने की प्रगति का जायजा लिया। इस दिशा में CRIS (रेलवे की तकनीकी संस्था) बीते कुछ महीनों से काम कर रही है। नई और आधुनिक PRS प्रणाली ज्यादा लचीलापन, तेज़ प्रोसेसिंग और बेहतर क्षमता के साथ आएगी। यह सिस्टम मौजूदा आरक्षण क्षमता की तुलना में दस गुना ज्यादा बुकिंग संभाल सकेगा। अभी जहां प्रति मिनट करीब 32,000 टिकटों की बुकिंग होती है, वहीं नई प्रणाली एक मिनट में 1.5 लाख से भी ज्यादा टिकट बुक करने की क्षमता रखेगी।