राम मंदिर पर की गई पाक की टिप्पणी पर भारत का करारा जवाब (फोटो- सोशल मीडिया)
India Reply Pakistan on criticism of PM Modi Ram Mandir Flag Hoasting: अयोध्या के भव्य राम मंदिर में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्म ध्वजा फहराई, तो सीमा पार पाकिस्तान को यह रास नहीं आया। पाकिस्तान ने अपनी आदत के मुताबिक इस मसले में टांग अड़ते हुए इस पर भी जहर उगलने की कोशिश की, लेकिन भारत ने उसे ऐसा करारा जवाब दिया है कि उसकी बोलती बंद हो गई। भारत ने साफ लफ्जों में कह दिया है कि जिसका खुद का दामन दागदार हो, उसे दूसरों को नसीहत देने का कोई हक नहीं है। भारत की यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान की उस बौखलाहट पर आई है जो उसने पीएम मोदी के अयोध्या दौरे को लेकर दिखाई थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बुधवार को पाकिस्तान की राम मंदिर पर की गई टिप्पणियों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने दो टूक कहा कि हम पाकिस्तान के कथित बयानों को पूरी तरह नकारते हैं। एक ऐसा देश जहां अल्पसंख्यकों के साथ कट्टरता, दमन और व्यवस्थित दुर्व्यवहार का गहरा इतिहास रहा हो, उसके पास दूसरों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने का कोई आधार नहीं है। भारत ने कड़ी नसीहत दी कि पाखंडी उपदेश देने के बजाय पाकिस्तान को अपने अंदर झांकना चाहिए और अपने देश में मानवाधिकारों के खराब रिकॉर्ड को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। बता दें कि पाक ने मंगलवार को राम मंदिर में पीएम मोदी के धर्म ध्वजा फहराने को लेकर आपत्ती जताते हुए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करी थी।
#WATCH | Delhi | On Pakistan’s Ministry of Foreign Affairs’ statement on flag-hoisting ceremony of Ram Temple, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “We have seen the reported remarks and reject them with the contempt they deserve. As a country with a deeply stained record of… pic.twitter.com/4dH5HAnIyy — ANI (@ANI) November 26, 2025
दरअसल, मंगलवार को राम मंदिर के निर्माण कार्य के औपचारिक समापन के तौर पर आयोजित ध्वजारोहण समारोह में पीएम मोदी शामिल हुए थे। इसी बात पर पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने चिंता जताई थी और बाबरी मस्जिद स्थल का जिक्र करते हुए आरोप लगाया था कि यह भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर दबाव का प्रतिबिंब है। पाकिस्तान की इसी बेतुकी बयानबाजी पर भारत ने उसे आईना दिखाया है। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान की यह टिप्पणी पूरी तरह बेबुनियाद है और उसे भारत के आंतरिक मामलों में बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
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इस विवाद से इतर अयोध्या में नजारा बेहद दिव्य था। पीएम मोदी ने मंदिर के शिखर पर 22 फीट लंबा और 11 फीट चौड़ा धर्म ध्वज फहराया, जिस पर सूर्यवंश का प्रतीक और ‘ॐ’ अंकित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राम मंदिर का प्रांगण भारत के सामूहिक सामर्थ्य की पहचान है। यहां सप्त मंदिरों का निर्माण हुआ है, जिसमें माता शबरी, निषादराज, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र और संत तुलसीदास जैसे महान व्यक्तित्वों के मंदिर शामिल हैं। यहां जटायु और गिलहरी की मूर्तियां भी हैं, जो बड़े संकल्पों की सिद्धि के लिए छोटे प्रयासों का महत्व बताती हैं।