प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो: सोशल मीडिया
IMD Weather Update: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ घंटों और दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इसके चलते बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी बढ़ गया है। इस साल कई जगहों पर मॉनसून ने सामान्य से अधिक सक्रियता दिखाई है। जुलाई के मध्य तक अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है।
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले 24 से 48 घंटे देश के कुछ राज्यों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है। खासकर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पहाड़ी राज्यों में मौसम बिगड़ने की आशंका जताई गई है।
राजधानी दिल्ली में अगले सात दिनों तक बादल छाए रहने और रुक-रुक कर हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है। पहाड़ी क्षेत्रों में बादल फटने और भूस्खलन की आशंका लगातार बनी हुई है। वहां के निवासियों और यात्रियों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।
Monsoon Awareness Week !
When the skies weep generously-bringing 1½ to 4 times the usual rain and at least two places measure showers of 5 cm on the coast or 3 cm elsewhere, nature whispers: the monsoon is truly alive.
But it’s not just the numbers, it’s the spread of joy… pic.twitter.com/HI8HBRnxXq
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 19, 2025
असम, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम, मेघालय, उत्तराखंड, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, गुजरात और हिमाचल प्रदेश भारी वर्षा से सबसे अधिक प्रभावित हैं। खासकर हिमाचल प्रदेश में वर्षा और बाढ़ के कारण अब तक दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है जिसके कारण सड़कों और गांवों में जलभराव के हालात बन गए हैं।
उत्तराखंड में 20-21 जुलाई को IMD ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। देहरादून, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत और ऊधम सिंह नगर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। पिथौरागढ़, बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिलों में भूस्खलन का खतरा हो सकता है। इसके साथ ही हिमाचल के मंडी, शिमला, कांगड़ा और सोलन जैसे क्षेत्रों में बारिश और भूस्खलन के चलते सामान्य जनजीवन प्रभावित हो गया है। कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और कहीं-कहीं बिजली-पानी की आपूर्ति ठप हो गई है।
#WATCH | Rajasthan: Anasagar Chaupati area in Ajmer flooded as the lake overflows and floods the residential areas following heavy rainfall.
Drone visuals from the area. pic.twitter.com/oai635HTPl
— ANI (@ANI) July 19, 2025
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 19 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। खास तौर पर बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी के जिलों जैसे झांसी, ललितपुर, महोबा, आगरा, कानपुर, प्रयागराज और आसपास के जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना है।
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मध्य प्रदेश के 16 जिलों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में वाराणसी और मिर्जापुर जैसे जिलों में गंगा और वरुणा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वाराणसी में 30 हजार से अधिक घरों पर बाढ़ का सीधा खतरा है और निचले इलाकों में जलभराव शुरू हो गया है। वहीं राजस्थान के अजमेर में झील के ओवरफ्लो होने से आसपास के इलाकों में पानी भर गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।