तमिलनाडु के मंत्री पेरियासामी के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, फोटो: सोशल मीडिया
ED Raids Periyasamy properties: ईडी की यह कार्रवाई कथित मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध वित्तीय लेनदेन की जांच के तहत की गई है। शुरुआती चरण में छापेमारी को लेकर तनाव तब उत्पन्न हुआ, जब कुछ स्थानीय लोगों ने ईडी अधिकारियों को मंत्री के आवास में घुसने से रोकने की कोशिश की। हालांकि, बाद में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अधिकारियों ने कार्रवाई जारी रखी।
जांच एजेंसी ने मौके पर मौजूद दस्तावेजों और वित्तीय रिकॉर्ड्स की जांच शुरू की है। पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जिससे छापेमारी को बिना किसी व्यवधान के अंजाम दिया जा सके। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई अभी भी चल रही है और आने वाले दिनों में इससे संबंधित और जानकारी सामने आ सकती है।
गौरतलब है कि यह मामला उस वक्त और अधिक गंभीर हो जाता है जब इसे राज्य में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा हाल ही में की गई अन्य कार्रवाइयों से जोड़ा जाए। इस साल की शुरुआत में भी ईडी ने तमिलनाडु राज्य विपणन निगम लिमिटेड (TASMAC) में कथित 1,000 करोड़ रुपये की अनियमितताओं की जांच की थी। इस दौरान शराब वितरण से जुड़ी निविदाओं, बोतलों पर टैक्स और लाइसेंसिंग प्रक्रिया में हुई गड़बड़ियों को लेकर छापेमारी की गई थी।
उसी क्रम में टीएएसएमएसी के वरिष्ठ अधिकारियों और शराब निर्माण कंपनियों के दफ्तरों पर भी जांच की गई थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस जांच पर मई में रोक लगाते हुए ईडी को चेताया था कि वह संघीय व्यवस्था की सीमाओं को लांघ रही है। हाल ही में ईडी ने एक अन्य भ्रष्टाचार मामले में पूर्व पर्यावरण अधिकारी एस. पांडियन के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। इन सभी कार्रवाइयों के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी, कीमती धातुएं और संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिससे भ्रष्टाचार के आरोपों को बल मिला है।
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मंत्री पेरियासामी के खिलाफ ताजा कार्रवाई से तमिलनाडु की राजनीति में हलचल मच गई है। सत्तारूढ़ द्रमुक जहां इसे राजनीतिक प्रतिशोध बता रही है, वहीं विपक्ष का कहना है कि ऐसी जांचें जरूरी हैं ताकि भ्रष्टाचार उजागर किया जा सके।
IANS इनपुट के साथ