माता वैष्णो देवी मंदिर (सौजन्य)
Vaishno Devi Yatra Suspended Due To Bad Weather : जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिल थमने का नाम नहीं ले रहा है। डोडा जिले के थाथरी उप-मंडल में अचानक बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। मूसलाधार बारिश होने के कारण 10 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए चेतावनी जारी की है। खराब मौसम होने के कारण माता वैष्णो देवी की यात्रा आगले आदेश तक रोक दी गई है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने यात्रा रोकने का निर्णय लिया है। अधिकारियों का कहना है कि भारी बारिश के कारण रास्तों पर भूस्खलन और फिसलन का खतरा बढ़ गया है। जिसको देखते हुए यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। साथ ही यात्रा पर्ची काउंटर भी बंद कर दिए गए हैं, ताकि नए यात्रियों को यात्रा के लिए एंट्री न मिल सके। प्रशासन ने यात्रियों को कटरा बाजार में घूमने तक की मनाही कर दी है। वहीं जाे
जो श्रद्धालु पहले से यात्रा पर निकल चुके हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द कटरा वापस लौटने की अपील की जा रही है।
खराब मौसम को देखते हुए अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जब तक मौसम सामान्य नहीं हो जाता और माता वैष्णो देवी को जाने वाला मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित नहीं माना जाता, तब तक यात्रा दोबारा शुरू नहीं की जाएगी। इस साथ ही प्रशासन ने माता वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे, कटरा न पहुंचे। साथ ही मौसम विभाग और प्रशासनिक आदेशों का पालन करें।
बताया जा रहा है कि भारी बारिश होने के कारण कटरा-सराज रेलवे स्टेशन के बीच सुरंग संख्या 16 पर जमीन खिसकने से रेलवे सेवाओं को फिलहाल रोक दिया गया है। वहीं, भूस्खलन से रेलवे पटरी पर मलबा इकठ्ठा हो गया है, जिसके कारण ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। फिलहाल रेलवे विभाग की टीम पटरी को साफ कर यात्रा को जल्द से जल्द शुरू करने की कोशिश में लगी हुई है। वहीं, यात्रियों को यह सलाह दी गई है कि, वह अपनी ट्रेनों की स्थिति की जानकारी लेकर ही यात्रा करें।
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बता दें कि, जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने शाम तक भारी बारिश कि चेतावनी जारी की है। डोडा जिले के थाथरी उप-मंडल में अचानक बादल फटने के बाद इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, और इसके कारण रास्तों पर पेड़ गिर गए तथा कई मकान क्षतिग्रस्त हुए। डोडा में इस प्राकृतिक आपदा के बाद कई घर पानी में बह चुके हैं और कुछ मकानों को गंभीर नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों की सालों की मेहनत और संपत्ति प्रकृति के इस प्रकोप का शिकार हो गई है। बर्बाद मकानों के कारण लोग अपना कीमती सामान सुरक्षित स्थान पर ले जाकर बचाने के लिए मजबूर हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग रामबन क्षेत्र में भारी भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया है। लगातार जोरदार बारिश और तेज हवाओं के चलते तवी नदी का पानी रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर गया है।