देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस का खतरा सतह पर लौट आया (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस का खतरा सतह पर लौट आया है। शनिवार को ठाणे और बंगलूरू में एक-एक मरीज की मौत ने स्वास्थ्य विभाग की चिंताओं को बढ़ा दिया है। केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में नए केस सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने हालात की समीक्षा की है। इसके लिए स्वास्थ्य सचिव की अगुवाई में उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें मौजूदा स्थिति और मेडिकल तैयारियों पर चर्चा की गई। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और सभी जरूरी संसाधनों की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
कोविड की वापसी का मुख्य कारण ओमिक्रॉन का JN.1 वैरिएंट बताया जा रहा है, जो तेजी से फैल रहा है। हालांकि इसका असर अब तक गंभीर नहीं माना गया है और अधिकतर मरीज हल्के लक्षणों के साथ घर पर ही ठीक हो रहे हैं। इसके बावजूद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और अस्पतालों को ऑक्सीजन, दवाओं और जांच किट की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
ठाणे और बंगलूरू में कोरोना से दो मौतें
महाराष्ट्र के ठाणे में गंभीर मधुमेह से पीड़ित 21 वर्षीय युवक की कोरोना संक्रमित होने के बाद मौत हो गई। युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से पहले उसे एक सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहीं, बंगलूरू में 84 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति की मृत्यु कोरोना से हुई, जो पहले से कई बीमारियों से पीड़ित थे। उनका टेस्ट बाद में पॉजिटिव निकला। इन दोनों मामलों ने स्थानीय प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। ठाणे में फिलहाल 18 एक्टिव केस हैं, जबकि बंगलूरू में अब तक 32 केस सामने आ चुके हैं।
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केंद्र की समीक्षा बैठक और राज्यों को अलर्ट
कोरोना मामलों में तेजी आने के बाद केंद्र सरकार ने स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की। इसमें बताया गया कि केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं, हालांकि अधिकतर मरीजों की स्थिति स्थिर है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वायरस का वर्तमान वैरिएंट गंभीर नहीं है, लेकिन सभी राज्यों से स्वास्थ्य सेवाओं को तैयार रखने को कहा गया है। दिल्ली में भी अब तक 23 केस सामने आ चुके हैं।