कांग्रेस प्रत्याशी आर्यदान शौकत (फोटो-सोशल मीडिया)
तिरुवनंतपुरमः उत्तरी केरल में नीलांबुर सीट पर 19 जून को हुए उपचुनाव के लिए सोमवार को जारी मतगणना में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले विपक्षी दलों का गठबंधन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) में कड़ी टक्कर देखने को मिली।
नीलांबुर सीट पर मतगणना खत्म हो गई है। यहां 19 दौर की काउंटिंग हुई, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी आर्यदान शौकत करीब 11 हजार मतों से सत्तारूढ़ माकपा प्रत्याशी एम.स्वराज से जीत गए।
पीवी अनवर ने किया कमाल
शौकत दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेस नेता आर्यदान मुहम्मद के पुत्र हैं, जबकि स्वराज माकपा के राज्य सचिवालय के सदस्य हैं। निर्दलीय उम्मीदवार और दो बार के विधायक रहे पी. वी. अनवर ने नीलांबुर सीट पर उपचुनाव में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए यूडीएफ और एलडीएफ दोनों को हैरान कर दिया। निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहे तृणमूल कांग्रेस के अनवर ने 11वें दौर की गणना के बाद 11,578 वोट प्राप्त किए थे जो भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मोहन जॉर्ज को मिले 4,575 मतों से काफी आगे थे।
मतगणना सुबह आठ बजे चुंगथारा मार थोमा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शुरू हुई। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की गई, उसके बाद सुबह आठ बजकर 10 मिनट पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में दर्ज मतों की गिनती शुरू की गई। चुनाव के दौरान 263 मतदान केंद्र बनाए गए थे और 19 दौर की मतगणना हुई।
विधानसभा चुनाव से पहले उपचुनाव कांग्रेस ने गाड़ा झंडा
नीलांबुर सीट विधायक पी. वी. अनवर के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई थी, जहां सत्तारूढ़ एलडीएफ और यूडीएफ के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। एलडीएफ सरकार के मौजूदा कार्यकाल का यह चौथा साल है और चुनावी विश्लेषक इस उपचुनाव को एलडीएफ सरकार के लिए मध्यावधि परीक्षा के रूप में देख रहे हैं। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के लिए यहां जीत अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले उसका मनोबल बढ़ाने का काम करेगी।
एजेंसी इनपुट के साथ