प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
नवभारत डेस्क: देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार का 18 फरवरी को कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे में नए मुख्य निर्वाचन आयुक्त का चयन किया जाना है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक हुई। इस बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। ये बैठक साउथ ब्लॉक में हुई।
बैठक के बाद कांग्रेस ने कहा कि इस मामले में 19 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। इसलिए यह बैठक होनी ही नहीं चाहिए थी। कांग्रेस ने सीईसी को लेकर होने वाला फैसला संतुलित हो, सिर्फ कार्यपालिका चयन ना करे।
राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, कांग्रेस का मानना है कि संस्थाओं के समन्वय तथा संविधान की आत्मा का सही अनुपालन करना है तो ऐसा फैसला लिया जाना चाहिए जो लोकतंत्र के हित में हो। उन्होंने कहा कि नए कानून में कई खामियां हैं। सीईसी को लेकर होने वाला फैसला संतुलित हो, केवल कार्यपालिका चयन ना करे।
बता दें कि सरकार ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की अगुवाई में एक सर्च कमेटी बनाई गई थी। इसमें दो अन्य सदस्य के तौर पर वित्त और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिवों को भी शामिल किया गया। सर्च कमेटी ने सीईसी और ईसी के रूप में नियुक्ति के लिए 5 सचिव स्तर के अधिकारियों के नामों की लिस्ट दी। अब पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली चयन समिति इसमें से सीईसी तथा ईसी के नाम तय करेगी। चयन समिति में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और प्रधानमंत्री द्वारा नामित एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शामिल हैं।
राजीव कुमार 18 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रहे है। साल 2020 में चुनाव आयुक्त के रूप में उनकी नियुक्ति हुई और 2022 में मुख्य चुनाव आयुक्त का जिम्मा संभाला। सेवानिवृत्त के बाद की योजना को लेकर पूछे गए सवाल पर कुमार ने कहा कि वो लंबे समय से लगातार काम करते आ रहे है। ऐसे में कुछ समय वो आराम करेंगे। इसके बाद वो सामाजिक सेवा के काम करेंगे।
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उन्होंने इस दौरान बताया कि बच्चों को बढ़ाने की उनकी इच्छा है। वैसे भी वह ऐसे दौर से निकलकर आए है, जहां उनको छठीं कक्षा में अंग्रेजी पढ़ाई गई थी। वह म्यूनिसिपल स्कूल में पेड़ के नीचे पढ़े है। ऐसे में वह बच्चों की शिक्षा के लिए कुछ योगदान देना चाहते है।