CM नीतीश कुमार (Image- Social Media)
Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है, और अब ये सवाल उठने लगे हैं कि नीतीश कुमार, जिन्होंने पिछले चुनाव को ही अपना आखिरी चुनाव बता दिया था, क्या फिर से अपने ऐलान से पीछे हटेंगे? 5 साल पहले नीतीश कुमार ने साफ कया था कि य उनका आखिरी चुनाव है, लेकिन अब उनका रुख क्या होगा? इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हैं।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीसरे और आखिरी चरण के मतदान से पहले चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया था। पूर्णिया में नीतीश कुमार ने जनता से आशीर्वाद देने की भावुक अपील करते हुए कहा था कि ये चुनाव मेरा आखिरी चुनाव है, अंत भला तो सब भला।
पुर्णिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा था कि आज चुनाव का आखिरी दिन है और परसों चुनाव है, ये मेरा आखिरी चुनाव है। उन्होंने जोर देकर कहा था कि अंत भला तो सब भला। इस दौरान उन्होंने प्रत्याशी के लिए कहा था कि अब आप बताइये इनको वोट दीजिएगा या नहीं। हाथ उठाकर बताइए।
बता दें कि इससे पहले बिहार की राजधानी पटना में जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश कार्यालय के बाहर निशांत कुमार और उनके पिता नीतीश कुमार का एक पोस्टर लगा था। जिससे अटकलबाजियों ने और रफ्तार पकड़ ली है कि बिहार में अगर एनडीए 2025 के चुनावों में बाजी मारता है तो निशांत कुमार को राज्य का सीएम बनाया जा सकता है। नीतीश कुमार की बढ़ती उम्र के चलते ऐसा फैसला लिया जा सकता है।
अब सवाल यह है कि क्या निशांत कुमार 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक एंट्री करेंगे या फिर लगाए जा रहे पोस्टर सिर्फ एक चुनावी बैनर की तरह ही रह जाएंगे? वो भी उस मौके पर, जब पूरा बिहार जेडीयू के भविष्य और नीतीश की राजनीतिक विरासत के उत्तराधिकारी का इंतजार कर रहा है।
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बता दें, बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है, इसलिए उससे पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी करना जरूरी है। इसको लेकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि बिहार चुनाव अक्टूबर महीने में हो सकते हैं।