(फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में घमासान मचा हुआ है। इन दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महाराष्ट्र में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं जिनमें वे कांग्रेस और MVA पर जमकर निशाना साध रहे हैं। इस कड़ी में अब कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री पर हमलावर होते हुए उनसे महाराष्ट्र के संबंध में सवाल पूछे हैं। आज महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री मोदी की तीन रैलियां हैं। इन रैलियों से पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उनसे तीन सवाल पूछे हैं।
इन सवालों में कांग्रेस ने जानना चाहा है कि महायुति और केंद्र सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को ‘कमजोर’ करने पर क्यों तुली हुई हैं? अगले सवाल में कांग्रेस नेता ने पूछा है कि मराठवाड़ा में जल संकट से निपटने के लिए उनके पास क्या योजना है।
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘‘ रायगढ़ भारत के सबसे महान पुत्रों में से एक छत्रपति शिवाजी महाराज का गढ़ है, जिनकी विरासत को महायुति सरकार और नई दिल्ली में बैठे उसके संरक्षक कमजोर कर रहे हैं।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 7 साल पहले ‘नॉन-बायोलॉजिकल’ पीएम ने मुंबई के पास अरब सागर में शिवाजी महाराज की 696 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के लिए आधारशिला रखी थी, लेकिन उसके बाद सरकार ने उसका काम छोड़ दिया। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ 4 जून को अपनी करारी हार के बाद महाराष्ट्र के लोगों से बदला लेने के प्रयास में उन्होंने संसद भवन के बाहर छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को उसके प्रमुख स्थान से हटा दिया।”
नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री आज महाराष्ट्र में हैं। उनसे हमारे तीन सवाल –
1. महायुति और केंद्र सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को क्यों कमज़ोर करने पर तुली हुई है?
रायगढ़ भारत के सबसे महान पुत्रों में से एक छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी रही है, जिनकी विरासत को महायुति…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 14, 2024
पीएम पर निशाना साधते हुए उन्होंने आगे कहा कि भाजपा नेताओं ने छत्रपति शिवाजी की तुलना ‘नॉन-बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री से करके उनका अपमान किया है। पोस्ट में उन्होंने आगे कहा , ‘‘महायुति ने अपनी जबरन वसूली और लूट से छत्रपति को भी नहीं बख्शा। सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा इतनी घटिया तरीके से बनाई गई थी कि पीएम द्वारा उद्घाटन किए जाने के एक साल के भीतर ही यह गिर गई।” उन्होंने सवाल किया कि छत्रपति को अपमानित करने के इन प्रयासों के पीछे क्या कारण है? कांग्रेस नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस आदमी ने छत्रपति शिवाजी महाराज तक को जुमला दिया हो उससे आम आदमी को क्या उम्मीद हो सकती है ।
पीएम से मराठवाड़ा में पानी की समस्या को दूर करने को लेकर सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा, ” 2019 में महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मराठवाड़ा से एक जल ग्रिड बनाने के लिए 20,000 से 25,000 करोड़ रुपये के पैकेज का वादा किया था। कहा गया था कि इससे हर गांव में पाइप से पीने का पानी पहुंचाया जाएगा। इस साल गर्मियों में इस वादे के पांच साल पूरे हो गए और यह वर्ष मराठवाड़ा में पानी की सर्वाधिक कमी वाले वर्षों में से एक रहा।” उन्होंने कहा कि इस साल मराठवाड़ा में 600 से ज्यादा गांव और 178 बस्तियां पानी की भारी किल्लत के चलते पानी के टैंकरों पर निर्भर थे। पिछले साल के 40 प्रतिशत की तुलना में इस साल यहां जलाशयों में केवल 19 प्रतिशत पानी ही बचा था। उन्होंने सवाल पूछा कि मराठवाड़ा में पानी की कमी को दूर करने के लिए भाजपा ने क्या किया है? क्या नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री कभी अपनी और अपनी पार्टी की विफलताओं की ज़िम्मेदारी लेंगे?”
अपने तीसरे सवाल में उन्होंने पूछा कि नांदेड़ डिवीजन में भारतीय रेलवे इतनी खराब हालत में क्यों है? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नांदेड़ डिवीजन में रेलवे के बुनियादी ढांचे, जो मराठवाड़ा के कई क्षेत्रों को सेवा प्रदान करता है, को मोदी सरकार के कार्यकाल में पूरी तरह से नजरअंदाज़ किया गया है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ 2021 में दक्षिण मध्य रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, नांदेड़ में केवल 35 किलोमीटर मार्ग का विद्युतीकरण और केवल 83 किलोमीटर ट्रैक का दोहरीकरण हुआ है। यह विद्युतीकरण के मामले में सबसे निचला स्तर है और अन्य एससीआर डिवीजनों की तुलना में ट्रैक दोहरीकरण में निचले स्तर से थोड़ा ही आगे है।”
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उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा यह अपने क्षेत्र का इकलौता डिवीजन है जिसमें अभी भी अंग्रेजों के जमाने के 130 किलोमीटर मीटर-गेज ट्रैक हैं। उन्होंने पूछा कि नांदेड़ में महत्वपूर्ण रेलवे बुनियादी ढांचे की उपेक्षा क्यों की गई है? क्या मराठवाड़ा क्षेत्र में विकास के लिए ‘नॉन-बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री के पास कोई वास्तविक विज़न है?” उन्होंने अपने सवालों के जरिए ऐसे समय में पीएम, भाजपा और राज्य की महायुति सरकार पर हमला बोला है जबकि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)