सांकेतिक तस्वीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: अमेरिका से निर्वासित 12 भारतीयों को लेकर एक विमान रविवार को दिल्ली पहुंचा। इन भारतीयों को अमेरिका ने पनामा निर्वासित किया था, जहां से उन्हें वापस उनके देश लाया गया। यह चौथा विमान है जो अवैध अप्रवासियों को लेकर भारत आया है। इस बार विमान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उतरा। 12 में से चार पंजाब के थे, जिन्हें बाद में फ्लाइट के जरिए पंजाब भेज दिया गया।
इन सभी 12 लोगों को लेकर एक विमान रविवार शाम को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। पनामा से वापस लाए जाने वाले भारतीयों का यह पहला जत्था है, इससे पहले अमेरिका ने करीब 299 अवैध अप्रवासियों को निर्वासित किया था जो अमेरिकी धरती में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
पनामा और कोस्टा रिका निर्वासित अप्रवासियों को वापस लाने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस प्रयास के तहत, अमेरिका विभिन्न एशियाई देशों से अवैध अप्रवासियों को इन मध्य अमेरिकी देशों में स्थानांतरित कर रहा है – जिन्होंने या तो घर लौटने से इनकार कर दिया है या जिनकी सरकारों ने उन्हें स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।
इससे पहले पंजाब, हरियाणा, गुजरात और कुछ अन्य राज्यों से अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर आए तीन अमेरिकी विमान 5 फरवरी, 15 फरवरी और 16 फरवरी को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरे थे। डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद से ही अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को उम्मीद जताई कि अगर निर्वासित लोगों को लेकर कोई और अमेरिकी विमान भारत आता है, तो वह राज्य में नहीं उतरेगा क्योंकि इससे पहले अमृतसर में ऐसे तीन विमानों के उतरने पर कड़ी आपत्ति जताई गई थी।
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यह पूछे जाने पर कि अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर क्यों उतरा, मान ने कहा कि मैंने इसके (निर्वासित लोगों को ले जाने वाले अमेरिकी विमानों के) अमृतसर में उतरने का कड़ा विरोध किया था। सरदूलगढ़ में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “लेकिन अब मुझे लगता है कि उस विरोध का असर यह होगा कि अगर कोई और विमान आता है, तो वह कम से कम अमृतसर या पंजाब में नहीं उतरेगा।