अखिलेश यादव, असदुद्दीन ओवैसी और योगी आदित्यनाथ (फोटो- सोशल मीडिया)
लखनऊः उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव सियासी वर्चस्व का सवाल बन गया है। सूबे में मूलरूप से भाजपा और सपा में लड़ाई है, लेकिन AIMIM हार जीत में बड़ा रोल निभाएगी। खास कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां की विधानसभा सीटें मुस्लिम बाहुल्य हैं। ऐसे में AIMIM उपचुनाव में बड़े सियासी प्लेयर के रूप में उभर सकती है।
हालांकि इस उपचुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद अब एआइएमआइएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी चुनाव में अपनी ताकत दिखाएंगे। यूपी की सियासत का लब्बोलुआब ये है कि अब ‘स्टार वार’ शुरू होने वाला है।
नारों से गर्म हुई सियासी हवा
उपचुनाव को लेकर भाजपा ने बूथ स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनसभा करके चुनावी माहौल अपनी तरफ करना चाहेंगे। पिछले दिनों दिए गए सीएम योगी के नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ यूपी की सियासत गर्माई हुई है। इसके जवाब में समाजवादी पार्टी ने न बटेंगे न कटेंगे का नारा दिया है। हलांकि की अभी नारों की कड़ी में असद्दुदीन ओवैसी की एंट्री नहीं हुई।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चार विधानसभा सीटें
इसके बावजूद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ओवैसी का प्रभा देखा जा रहा है। बता दें कि पिश्चिमी उत्तर प्रदेश में 4 सीटों पर चुनाव है। जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मीरापुर- मुजफ्फपरपुर, कुंदरकी-मुरादाबाद, गाज़ियाबाद, खैर-अलीगढ़ इन चारों सीटों पर हार जीत से सूबे की सियासत पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश में PDA के फॉर्मूले अखिलेश को भरोसा
दरअसल लोकसभा चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ ने यूपी उपचुनाव को अपनी नाक सवाल बना लिया है। वहीं अखिलेश यादव अगामी विधानसभा तक सियासी लहर अपने पक्ष में रखना चाहेंगे। ऐसे में 9 में पांच सीट जीतने वाली पार्टी की जीत होगी, लेकिन सपा और भाजपा की तरफ से सभी 9 सीटें जीतने का दावा किया जा रहा है।
सपा की जीत में रोड़ा बनेंगे ओवैसी और चंद्र शेखर
उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के वोट बैंक पर चंद्रशेखर रावण और अदुद्दीन औवैसी की नजरें हैं। ऐसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर औवेसी अपने भाषण से हर बार अच्छी खासी वोट बटोरते हैं। वहीं उन्हीं के नक्शे कदम पर चल रहे चंद्र शेखर की दलित और मुस्लिम वोटरों पर पकड़ ठीक ठाक है।
सीएम योगी चुनावी सभा को करेंगे संबोधित
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, आठ या नौ नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुंदरकी में जनसभा कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चारों सीटों को साधेंगे। वहीं इस सपा प्रमुख अखिलेश यादव की दो जनसभाओं की तैयारी है। एआइएमआइएम प्रत्याशी के समर्थन में अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली आ सकते हैं। आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी चांदबाबू के पक्ष में 10 नवंबर को सांसद चंद्रशेखर आजाद आ सकते हैं।