केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (डिजाइन फोटो)
नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को उस समय अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा जब उन्हें फ्लाइट में बैठने के लिए टूटी हुई सीट दी गई। जैसे ही उन्होंने अपनी समस्या सोशल मीडिया पर शेयर की, नागरिक उड्डयन मंत्री ने उन्हें तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया। नायडू ने कहा कि इस मुद्दे पर एयर इंडिया से बात की गई है, जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के एयर इंडिया के साथ सफर में खराब अनुभव की शिकायत पर सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने कहा कि “हमने इस मुद्दे पर तुरंत एयर इंडिया से बात की और उन्हें आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। हमारी ओर से, डीजीसीए भी मामले की पूरी जानकारी लेगा। मैंने व्यक्तिगत रूप से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज जी से भी बात की है।”
शिवराज सिंह चौहान ने विमान यात्रा का अनुभव ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिये साझा किया है, जिसके बाद एयर इंडिया ने कृष मंत्री से ‘असुविधा’ के लिए माफी मांगी है। केंद्रीय मंत्री को हुई असुविधा के लिए ‘खेद’ व्यक्त करते हुए एयर इंडिया ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, “असुविधा के लिए हमें खेद है। कृपया निश्चिंत रहें कि हम इस मामले को ध्यान से देख रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो। हम आपसे बात करने का अवसर पाकर प्रसन्न होंगे, कृपया हमसे संपर्क करने के लिए सुविधाजनक समय पर हमें DM करें।”
आज मुझे भोपाल से दिल्ली आना था, पूसा में किसान मेले का उद्घाटन, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक और चंडीगढ़ में किसान संगठन के माननीय प्रतिनिधियों से चर्चा करनी है।
मैंने एयर इंडिया की फ्लाइट क्रमांक AI436 में टिकिट करवाया था, मुझे सीट क्रमांक 8C आवंटित हुई। मैं जाकर…
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 22, 2025
दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक कार्यक्रम के लिए फ्लाइट से भोपाल से दिल्ली जाना था। इसके लिए उन्होंने एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI436 पर टिकट बुक किया था उन्हें सीट नंबर 8C अलॉट की गई।
जब मंत्री चौहान फ्लाइट के अंदर पहुंचे तो उन्हें बैठने के लिए एक टूटी हुई और धंसी हुई सीट मिली। इस वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। चौहान ने तुरंत स्टाफ को बुलाया और पूछा कि जब सीट टूटी हुई थी तो अलॉट क्यों की गई। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट के जरिए अपनी नाराजगी भी जाहिर की।
फ्लाइट में मौजूद एयर इंडिया के कर्मचारियों ने शिवराज सिंह चौहान को बताया कि उन्होंने प्रबंधन को टूटी हुई सीट के बारे में पहले ही बता दिया था। विमान में कई और सीटें हैं जो टूटी हुई और बेकार हैं। उन्होंने प्रबंधन से कहा था कि इन सीटों के लिए टिकट न बेचे जाएं।
मंत्री चौहान ने कर्मचारियों की बात सुनी लेकिन उनके पास दूसरी सीट का विकल्प नहीं था। हालांकि, फ्लाइट में मौजूद दूसरे यात्रियों ने भी उन्हें अपनी सीट देने की पेशकश की और इसके लिए उनसे काफी अनुरोध भी किया। लेकिन उन्हें दूसरों को परेशान करना पसंद नहीं था और उन्होंने उसी टूटी हुई सीट पर बैठकर पूरी यात्रा पूरी की।
शिवराज सिंह चौहान ने अपने पोस्ट में लिखा कि “मेरी धारणा थी कि टाटा प्रबंधन के हाथ में लेने के बाद एयर इंडिया की सेवा बेहतर हुई होगी, लेकिन ये मेरा भ्रम निकला। मुझे बैठने में कष्ट की चिंता नहीं है लेकिन यात्रियों से पूरा पैसा वसूलने के बाद उन्हें खराब और कष्टदायक सीट पर बैठाना अनैतिक है। क्या ये यात्रियों के साथ धोखा नहीं है?”
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उन्होंने एयर इंडिया से सवाल करते हुए लिखा कि “क्या आगे किसी यात्री को ऐसा कष्ट न हो, इसके लिए एयर इंडिया प्रबंधन कदम उठाएगा या यात्रियों की जल्दी पहुंचने की मजबूरी का फायदा उठाता रहेगा।”