आप नेता व दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (फोटो- सोशल मीडिया)
Manish Sisodia Remark on pm modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को दिल्ली को दो बड़ी सौगातें दीं। एक तो ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए बने अर्बन एक्सटेंशन रोड यानी यूईआर-II का उद्घाटन और दूसरा द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली सेक्शन। इसके बाद राजनीति भी खूब तेज हो गई। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बात पर सवाल उठाया है।
उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई कि पीएम मोदी के कार्यक्रम में सरकारी शिक्षकों को ताली बजाने के लिए बाकायदा सरकारी आदेश करके बुलाया गया था। सिसोदिया ने कहा कि इस तरह से टीचरों को बुलाना ये शिक्षकों के पेशे का अपमान है।
दिल्ली में शिक्षकों को सरकारी आदेश के तहत मोदी जी की रैली में ताली बजाने भेजना, भाजपा द्वारा शिक्षकों का घोर अपमान है। शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं, किसी रैली की भीड़ नहीं।
जहाँ कुछ महीने पहले अरविंद केजरीवाल जी की सरकार में इन्हीं शिक्षकों को फ़िनलैंड और कैम्ब्रिज ट्रेनिंग के… pic.twitter.com/skV6nACs8w
— Manish Sisodia (@msisodia) August 17, 2025
दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री ने एक नई सड़क का उद्घाटन किया, लेकिन दिल्ली की भाजपा सरकार ने फीता काटने के समारोह में सभी सरकारी शिक्षकों को ताली बजाने के लिए बुलाया। हम सभी जानते हैं कि भाजपा का शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है और वे सभी को अशिक्षित रखना चाहते हैं। यह शिक्षण पेशे का अपमान है और भाजपा को शिक्षकों से माफी मांगनी चाहिए।
आप के कार्यकाल में शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड और कैम्ब्रिज भेजा जाता था, लेकिन अब उन्हें ऐसे उद्घाटन समारोहों में ताली बजाने के लिए बुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रिंसिपलों को प्रशिक्षण के लिए बाहर भेजती थी।
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नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भी इस मामले पर विकासपुरी विधानसभा का वीडियो शेयर किया और लिखा कि सफाई कर्मचारियों को रैली में ले जाया गया है। किसी भी कर्मचारी को जबरन राजनीति का हिस्सा बनाना कानूनन अपराध है। हर्ष विहार का वीडियो शेयर करते हुए आतिशी ने फिर लिखा कि भाजपा ने न केवल सफाई कर्मचारियों का अपमान किया है, बल्कि दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात भी किया है। जिन सरकारी सफाई कर्मचारियों का काम जनता की सेवा करना है, उन्हें अब भाजपा अपनी रैलियों में ले जा रही है, और वह भी रविवार को, छुट्टी के दिन।