इमरान प्रतापगढ़ी (फोटो-IANS)
Imran Pratapgarhi on Bihar Election: बिहार में राजनीतिक हलचल बढ़ चुकी है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव लगभग आधे बिहार में पद यात्रा कर भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत को उजागर करेंगे। इसके साथ बिहारी की बेकारी, बेरोजगारी, पलायन जैसे तमाम मुद्दों पर नीतीश सरकार को घेरेंगे। महागठबंधन के नजरिए यह चुनाव काफी अहम है। इस बार परिवर्तन के लिए कांग्रेस और राजद पूरी ताकत बिहार में झोंक रहे हैं।
राहुल गांधी ने बिहार चुनाव की बागडोर युवाओं को सौंपी है। जिन युवा नेताओं के कंधों पर चुनाव की जिम्मेदारी हैं। उन्हीं में राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी भी हैं। उन्होंने गुरुवार को लगातार दूसरे स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक की। इस दौरान कमेटी के अन्य सदस्यों सहित इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि जिस तरह से लोगों के आवेदन आए हैं, वह दिखाता है कि बिहार बदलाव की ओर बढ़ चुका है।
आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि बुधवार को 8 घंटे से अधिक चली मैराथन बैठक के बाद, गुरुवार को सुबह 9 बजे से आवेदकों से मुलाकात शुरू हुई। कमेटी को लगभग 3,000 आवेदन प्राप्त हुए, जो ऐतिहासिक है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 10 से 50 उम्मीदवारों ने आवेदन किया। उन्होंने बताया कि स्क्रीनिंग कमेटी ने कई अच्छे नाम चयनित किए हैं और यह प्रक्रिया तब पूरी होगी, जब कमेटी के सदस्य जिला स्तर पर लोगों से मिलेंगे। इमरान ने इस प्रक्रिया से संतुष्टि जताई और कहा कि बिहार बदलाव की राह पर है।
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने ‘वोट चोरी’ की पोल खोलकर रख दी है। उन्होंने ऐसे लोगों से मुलाकात की है, जिन्हें मृत घोषित किया गया था, जबकि वे जीवित हैं। आयोग को इस मुद्दे पर स्पष्टता लानी चाहिए और वोटरों का भरोसा जीतना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र में ‘वोट की चोरी’ सबसे बड़ा गुनाह है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि बिहार में इंडिया ब्लॉक के तहत कांग्रेस जनता का विश्वास जीतने के लिए प्रयासरत है। जनता वर्तमान सरकार से नाखुश है और लोगों का उत्साह इसका सबूत है।
ये भी पढ़ें- ‘कागज मिटाओ-अधिकार चुराओ’, भाजपा का बुहजन के ऊपर अत्याचार का नया हथियार तैयार- राहुल गांधी
प्रतापगढ़ी ने विश्वास जताया कि जनता का भरोसा जीतकर कांग्रेस सरकार बनाएगी। सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण पर उन्होंने कहा कि कोर्ट को चुनाव आयोग के गलत और फर्जी दावों पर भरोसा नहीं करना चाहिए, बल्कि लोगों की राय को सुनना चाहिए। उन्होंने एसआईआर पर रोक लगाने की मांग की।-एजेंसी इनपुट के साथ